अस्पताल में बेड नहीं मिला तो बुजुर्ग ने घर में दम तोड़ा, सात घंटे तक कोई राहत नहीं पहुंची

ग्वालियर
शहर की पॉश सोसायटी सनवैली में बीमार वृद्ध की घर में मौत हो गई। मृतक का बेटा कोविड पॉजिÞटिव है। उसने पिता के शव के अंतिम संस्कार के लिए मदद मांगी लेकिन सात घंटे तक कोई राहत नहीं पहुंची।

सिरौल थाने की हद में आने वाले पॉश सोसायटी सनवैली में मानवीय संवेदनाओं को हिला देना वाला घटनाक्रम हुआ है। दरअसल यहां रहने वाले अमिताभ अग्रवाल कोविड पॉजिटिव हैं और अपना होम कोरेंटाइन रहकर ही इलाज करा रहे थे। उनके पिता हरिओम अग्रवाल की भी तबियत खराब चल रही थी। रात को तबियत बिगड़ी तो उन्होंने सोसाइटी के मेनगेट पर दवाई के लिये मदद मांगी, जब तक मदद पहुँचती तब तक वृद्ध की मौत हो गई।

स्थानीय लोगों का कहना है कि रात तीन बजे शव को ले जाने के लिए मृतक के बेटे अमिताभ ने पुलिस कंट्रोल रूम पर संपर्क किया। इसके बाद इंसीडेंट कमांडर से लेकर स्थानीय प्रशासन के अफसरों से भी संपर्क किया। सुबह नौ बजे तक शव लेने के लिए कोई नहीं पहुंचा। बताया गया कि वृद्ध को अस्पताल में दाखिल कराने की कोशिश भी परिजनों ने की थी। जबकि अस्पताल में बेड नहीं मिला। ऐसे में घर में उनका इलाज कर रहे थे। मृतक के बेटे के पॉजिटिव होने से पुलिस भी उनके घर सीधे नहीं जा पा रही थी।

ग्वालियर में प्रशासन व सरकार के मंत्रियों के दावे पूरे तरह से झूठे साबित हो रहे हैं। शहर के अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड नहीं मिल रहे हंै। रेमडिसीवर व फेबी फ़्लू जैसी जीवन रक्षक दवाएं बाजार से गायब हंै। इनकी कालाबाजारी का भंडाफोड़ बीते रोज ही आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने किया था। इस पर कलेक्टर ने तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया है।

इनका कहना है
मृतक के बेटे का कहना है अस्पताल में बेड नहीं मिला था। हमने इंसीडेंट कमांडर को इत्तला कर दी है। शव के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कराई जा रही है।
प्रीति भार्गव, टीआई सिरौल थाना

 

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