अचानक बढ़ी मां के दूध की मांग, सोशल मीडिया पर यूजर कर रहे अपील 

नई दिल्ली
कोरोना वायरस की आपदा के दौर में आप सोशल मीडिया पर अक्सर लोगों को अपने परिजनों, दोस्तों और जानने वालों के लिए मदद की गुहार लगाते देखते होंगे। इनमें अस्पतालों में बेड, कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां या फिर ऑक्सीजन की गुहार लगाने वाली पोस्ट से सोशल मीडिया भरा पड़ा है। लेकिन इस बीच एक और चीज की मांग तेजी से बढ़ रही है वह है मां का दूध। कई सारी पोस्ट सोशल मीडिया पर नजर आई हैं जिनमें नवजात बच्चों के लिए मिल्क डोनर उपलब्ध कराने की गुहार लगाई गई है। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है आइए समझते हैं। 
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में गर्भवती महिलाएं बड़ी मात्रा में वायरस से संक्रमित हुई हैं। बड़ी संख्या में माएं अस्पतालों के आईसीयू में भर्ती हुई हैं या फिर कई ऐसी भी घटनाएं हुई हैं जहां पर संक्रमण के चलते मां की मौत हो गई। इसके चलते मां के दूध की मांग तेजी से बढ़ी है। खासतौर पर ऐसे बच्चों के लिए जो बहुत छोटे हैं या फिर समय से पहले पैदा हो गए और अब उनकी माएं उनके पास नहीं हैं। इस बीच यह भी देखा गया है कि जहां आस-पास दो मां है और एक महिला बच्चे को फीड नहीं करा पा रही है या फिर गंभीर रूप से बीमार है ऐसे में दूसरी महिला से अतिरिक्त स्तनपान की उम्मीद की जाती है। 

लेकिन ऐसा करना बच्चे में इंफेक्शन की वजह बन सकता है इसलिए डॉक्टर ऐसा न करने की सलाह देते हैं। हालांकि ऐसे मामलों में जहां एक ही परिवार में दो बीमार मां हैं और दोनों का टेस्ट किया गया है वहां ऐसा किया जा सकता है। हालांकि ऐसा तभी किया जाना चाहिए जब कोई और विकल्प मौजूद न हों। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मामले में जहां बच्चा समय से पहले पैदा नहीं हुआ है लेकिन माँ अस्वस्थ है और स्तनपान कराने की स्थिति में नहीं है, बच्चे को फॉर्मूला फीड देना सुरक्षित है। जब बच्चा समय से पहले होता है तब ही डोनर मिल्क की जरूरत होती है।
 

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