राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने दिलाई शपथ , केपी शर्मा ओली फिर बने नेपाल के प्रधानमंत्री

काठमांडू
केपी शर्मा ओली ने तीसरी बार नेपाल की सत्ता संभाल ली है और इसी के साथ नेपाल में पिछले कई महीनों से चली आ रही राजनीतिक रस्साकस्सी अब भी जारी है। और इन सबके बीच आज केपी शर्मा ओली ने तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने केपी शर्मा ओली को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। आपको बता दें कि केपी शर्मा ओली सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष हैं और उन्होंने संसद में विश्वासमत खोने के बाद 10 मई को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन नेपाल का विपक्ष भी संसद में अपने प्रधानमंत्री के लिए विश्वासमत हासिल करने में असफल रहा था। 

10 मई की केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन नेपाल की मुख्य विपक्षी पार्टी भी सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाने में नाकामयाब रही थी, जिसके बाद केपी शर्मा ओली की पार्टी ही संसद की सबसे बड़ी पार्टी थी और इसीलिए वो तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री नियुक्त किए गये हैं। 10 मई को नेपाल के प्रतिनिधि सभा में केपी शर्मा ओली विश्वासमत साबित करने में नाकाम रहे थे लेकिन नेपाल के संविधान के मुताबिक प्रतिनिधि सभा में जिस पार्टी के पास सबसे ज्यादा सीट होता है उसी पार्टी का प्रधानमंत्री बन सकता है, लिहाजा केपी शर्मा ओली फिर से प्रधानमंत्री बन गये हैं। 

आज नेपाल में राष्ट्रपति निवास पर एक सादे समारोह में राष्ट्रपति भंडारी ने केपी शर्मा ओली को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई है। नेपाल में राजनीतिक उठापटक जारी दरअसल, नेपाल में पिछले कई महीनों से राजनीतिक संकट चला आ रहा है। नेपाल संसद में सीटों के हिसाब से नेपाली कांग्रेस और नेपाल कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी मध्य) का गठबंधन सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन जब इस गठबंधन को बहुमत साबित करने की बारी आई थी तो ये गठबंधन बहुमत साबित करने में नाकाम रहा था। आपको बता दें कि नेपाल में नेपाली कांग्रेस के पास संसद में 61 सीटें हैं जबकि सीपीएन माओवादी के पास 49 सीटें हैं। सीपीएन माओवादी के अध्यक्ष प्रचंड को नेपाली कांग्रेस ने तो समर्थन दे दिया था लेकिन प्रचंड नेपाल की जनता समाजवादी पार्टी का समर्थन हासिल नहीं कर सके, लिहाजा वो नेपाल के प्रधानमंत्री बनने में नाकाम रहे।
 

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