आरक्षक का मिला शव, पुलिस हादसा, तो परिजन बता रहे हत्या
जांजगीर चांपा। सक्ती थाने मे पदस्थ आरक्षक पुष्पराज सिह का गुरूवार की मध्य रात्री में सड़क किनारे शव पाये जाने से सनसनी फैली है।पुलिस इसे हादसा बता रही है तो दूसरी ओर परिजन इसे हत्या बता रहे है । सड़क के किनारे पुष्पराज की स्कूटी गिरी मिली, उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे मिले, गले में भी तार उलझा हुआ था।
आरक्षक पुष्पराज सिंह की लाश देशी शराब दुकान के पास की सड़क पर मिली। पुलिस इसे एक हादसा बता रही है, लेकिन पुष्पराज के परिजन हादसे की बजाए हत्या होने का दावा कर रहे है। बहरहाल इस मामले की जांच जांजगीर पुलिस ने शुरू कर दी है । पुष्पराज के भाई ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद कहा कि उसके भाई की हत्या की गई है। दरअसल आए दिन सोशल मीडिया पर पुष्पराज पुलिस विभाग के अफसरों यहां तक की गृहमंत्री के खिलाफ भी बातें लिखकर पोस्ट करता रहा है। उसने हाल ही में सक्ती थाने के प्रभारी के खिलाफ पोस्ट की थी।
उसमें लिखा था कि 1 लाख रुपए महीना घूस लेकर इंस्पेक्टर जुए के अड्डे चलवाता है। अब ये पोस्ट पुष्पराज के फेसबुक पर नहीं दिख रही। पुष्पराज के परिवार के लोगों ने इसी तरह के विवाद को उसकी हत्या की वजह बताया और अंदेशा जताया है कि किसी ने इसी वजह से नाराज होकर पुष्पराज की हत्या कर दी।सूत्रों का कहना है कि राज्य के पुलिस इतिहास का यह अपने किस्म का अलग ही मामला है । किसी आरक्षक को तीन बार बर्खास्त किया गया हो और तीनों बार इसे जॉइनिंग दे दी गई हो। अक्टूबर 2019 में पुष्पराज पर इल्जाम लगा था कि इसने पुलिस आंदोलन को हवा दी। इसके बाद एक बड़े गांजा तस्कर से 60 हजार रुपए लेकर उसे छोड?े, 109 दिन तक ड्यूटी में अनुपस्थित रहने, एसपी से बहस करने के मामले में पुष्पराज को बर्खास्त किया जा चुका है। मगर हर बार विभागीय जांच और सरकारी नौकरी के नियमों के जरिए पुष्पराज के खाते में दोबारा बहाली आई।
पुष्पराज सिह ने एक दिन पहले अपने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था। इसमें उसने लिखा था कि उसे बर्खास्त करने या सस्पेंड करने की धमकी मिल रही है। पुष्पराज लगातार, पुलिस वालों से पुलिस लाइन में मजदूरों की तरह काम करवाने, खराब क्वालिटी के बुलेट प्रूफ जैकेट, नक्सल मामले पर पुलिस और सरकार की नीतियों पर खुलकर खिलाफत करते रहे हैं। पुलिस ने बताया कि पुष्पराज की स्कूटी सड़क किनारे लगे तार में फंस गई। स्कूटी रफ्तार में होने की वजह से अनियंत्रित होकर घुम गई और तार पुष्पराज के गले में कसता चला गया। इसी वजह से पुष्पराज का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। हालांकि फॉरेंसिक एक्सपर्ट इस मामले की बारीकी से पड़ताल कर रहे हैं। पोस्टमार्टम के लिए भी पुष्पराज का शव भेजा गया, जिससे मौत की वजह और साफ हो जायेगी ।