ब्लैक फंगस के इलाज के लिए प्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेज में बनेंगे विशेष वार्ड

भोपाल
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हालात बहुत बुरे किए हुए हैं। हर दिन लाखों संक्रमित मामले सामने आने के बाद देश का स्वास्थ्य सिस्टम चरमरा गया है। इधर रोजाना चार हजार के आस-पास मौत के आंकड़े दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे कब्रिस्तान और श्मशान घाट पर बोझ बहुत ज्यादा बढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कोरोना की स्थिति और टीकाकरण को लेकर उच्च स्तरीय बैठक करेंगे। इधर ममता बनर्जी के छोटे भाई का कोरोना से निधन हो गया। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 31 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। छत्तीसगढ़ के अलावा पश्चिम बंगाल में भी लॉकडाउन बढ़ा दिया है।

बता दें, केवल भोपाल में ही ब्लैक फंगस के 75 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। इसमें से हमीदिया अस्पताल में 23 मरीज भर्ती हैं, जबकि प्रदेश के विभिन्न जिलों में यह आंकड़ा 100 से भी ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने बैठक में अफसरों को निर्देश दिए, ब्लैक फंगस के उपचार के लिए पांच मेडिकल कॉलेज भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर और रीवा में विशेष वार्ड तैयार कराए जाएं।

बैठक में RIS (रिसर्च एंड इन्फोर्मेशन सिस्टम इन डवलपिंग कंट्रीज) के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी, नीति आयोग के सीनियर कंसल्टेंट डाॅ. मदन गोपाल के अलावा मप्र सरकार के तकनीकी सलाहकार समूह के डाॅ. वंदना भाटिया (यूनिसेफ), अभिषेक जैन (WHO), हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक लोकेंद्र दवे ,ज्योत्सना श्रीवास्तव, अभिजीत खरे, राहुल खरे, महेश महेश्वरी, गिरीश भट्ट, देवाशीष विश्वास, प्रद्युम्न पांडे व कृष्ण गोपाल सिंह शामिल हुए।

एंटी ब्लैक फंगस इंजेक्शन सरकार उपलब्ध कराएगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी का इलाज सरकार नि:शुल्क कराएगी। उन्होंने जिलों के के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से कहा है, वे इस बीमारी की दवा और इंजेक्शन की कालाबाजारी ना हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एंटी ब्लैक फंगस इंजेक्शन उपलब्ध कराएगी। इसके लिए कई फार्मा कंपनियों से बात चल रही है।

 

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