हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत, बेटा चढ़ा पेड़ पर

महासमुंद। खेत में काम कर रहे एक किसान पर हाथी ने हमला बोल दिया और पटक-पटक कर जान ले ली। वहीं उसका बेटा खेत की दूसरी छोर था उसने पेड़ में चढ़कर अपनी जान बचाई। इस घटना से क्षेत्र में दहशत फैली हुई है।

शुक्रवार की देर शाम ग्राम परसाडीह में मनीराम यादव अपने पुत्र जयलाल यादव के साथ अपने खेत में धान के फसल में दवाई छिड़काव करने गए थे। जैसे ही मनी राम दवाई छिड़काव कर रहे थे, तभी अचानक पीछे की तरफ से हाथी खेत में पहुंच कर किसान को पटक-पटक कर मार दिया। पुत्र खेत के दूसरे छोर पर खड़ा था। हाथी को देखते ही जान बचाने के लिए आवाज लगाई। खुद पेड़ पर चढ़ करबेटे ने किसी तरह जान बचा ली, लेकिन नजरों के सामने अपने पिता को दम तोड़ता हुआ देखता रहा। किसी तरह से हिम्मत जुटा कर गांव में फोन कर सूचना देकर ग्रामीणों को बुलाया, तब तक मनीराम की मौत हो चुकी थी। इसके बाद हाथी ग्राम परसाडीह के गली-मोहल्ले को पार करते हुए कुकराडीह बंजर में चला गया।

वन एवं पुलिस विभाग को सूचना दी गई। शव को रात में खेत से बाहर निकाल कर अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गजराज वाहन में जिला अस्पताल पहुंचाया गया। वन विभाग की ओर से तत्कालीन सहायता राशि 25 हजार रुपये मृतक के बड़े भाई को एसडीओ वन एसएस नाविक एवं रेंजर सालिक राम डडसेना ने प्रदान किया।

फसल बचाओ हाथी भगाओ समिति संयोजक राधेलाल सिन्हा ने बताया कि क्षेत्र में हाथी की समस्या छह साल से है। अब तक 21 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। प्रशासन समस्या समाधान पर अबतक विफल रहा है। वन विभाग से हाथी के हमले से मौत पर छह लाख रुपये सहायता राशि दी जाती है।

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