पंजाब कांग्रेस का घमासान कब थमेगा ? आज दिल्ली पहुंचेंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह

नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरफ से गठित तीन सदस्यीय समिति टकराव को खत्म करने के लिए सभी विधायकों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर रही है। समिति के एक सदस्य के मुताबिक, विवाद जल्द सुलझ जाएगा।  पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह आज यानी गुरुवार को तीन सदस्यीय समिति से मिलने दिल्ली पहुंचेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह और समिति की बैठक 3 जून की शाम या 4 जून की सुबह को हो सकती है। बता दें कि राज्य में कांग्रेस नेताओं के एक धड़े का यह मानना है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में कैप्टन के नेतृत्व में पार्टी का जीतना संभव नहीं है। यह कलह इतनी बढ़ गई कि पार्टी चीफ सोनिया गांधी ने इसे सुलझाने के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया। इससे पहले मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू भी इस समिति के सामने पेश हुए थे।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे की अध्यक्षता वाली समिति ने बुधवार को भी पंजाब कांग्रेस के विधायकों और दूसरे वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की। समिति के एक सदस्य के मुताबिक सिद्धू सहित कुछ विधायकों में सरकार के कुछ निर्णयों को लेकर नाराजगी है। उन्होंने दावा किया है कि विधायकों की इस नाराजगी को जल्द दूर कर दिया जाएगा। वहीं, बुधवार को समिति के समक्ष पेश कई विधायकों और सांसदों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए जरूरी है कि पार्टी एकजुट हो तथा पार्टी एवं सरकार में कार्यकर्ताओं की सुनवाई हो।

पंजाब कांग्रेस के कई विधायकों का आरोप है कि मुख्यमंत्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी और पुलिस फायरिंग केस में बादल परिवार को बचा रहे हैं। वहीं, सिद्धू प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री पद या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी चाहते हैं। मुख्यमंत्री सिद्धू की इस मांग पर तैयार नहीं हैं, इसलिए टकराव बढ़ गया। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मल्लिकार्जुन खडगे, हरीश रावत और जेपी अग्रवाल की तीन सदस्य समिति मुख्यमंत्री से भी चर्चा करेगी। कैप्टन जल्द समिति के सामने पेश होकर अपनी बात रखेंगे। इसके बाद समिति अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंप देगी। पार्टी का कहना है कि वर्ष 2022 के चुनाव को देखते हुए सिद्धू को अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

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