IT सेक्टर में आएगी बंपर नौकरी, साइबर खतरे से निपटेंगे देश के युवा पेशेवर

 नई दिल्ली 
 भारतीय रिजर्व बैंक की सितंबर महीने के बुलेटिन के मुताबिक आने वाले महीनों में देश में सूचना प्रौद्योगिकी यानी आईटी का इस्तेमाल नए-नए क्षेत्रों में बढ़ने वाला है। ऐसे में इस दिशा में भारत में नौकरियों की मांग बनी रहेगी। बुलेटिन में आंकड़ों के जरिए बताया गया है कि देश के सेवा क्षेत्र का निर्यात अप्रैल से जुलाई 2021 में साल दर साल करीब 15 फीसदी बढ़ा है। इसमें बड़ा हिस्सा सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट का रहा है। इस वित्तवर्ष की पहली तिमाही में तमाम बड़ी आईटी कंपनियों की डॉलर आय में 20 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।

इसके पीछे क्लाउड प्लेटफॉर्म सेवाओं, साइबर सिक्योरिट जैसी सेवाओं की बढ़ती मांग को को वजह बताया गया है। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि लाइफ साइंसेस, स्वास्थ्य, खुदरा कारोबार, पैकेजिंग, बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और इंश्योरेंस से जुड़े कामकाज में भी मांग बढ़ी है। ऐसे में साल 2021 में आईटी पर होने वाला खर्च 8.6 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। इस क्षेत्र में बढ़त की उम्मीद को देखते हुए घरेलू प्रतिभाओं को ज्यादा मौके मिलने के भी आसार हैं।
 
हालांकि रिजर्व बैंक ने बढ़ते आईटी दखल को देखते हुए साइबर सिक्योरिटी पर भी चिंता जाहिर की है। उसके मुताबिक वित्तीय संस्थाओं में साइबर सुरक्षा को और पुख्ता करने की जरूरत है। इस बारे में कोरोना महामारी के पहले और बाद में भी आरबीआई की तरफ से गाइडलाइंस जारी हुई हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि आने वाले दिनों में जिस हिसाब से वित्तीय समावेश बढ़ेगा। इससे डिजिटल लेन देन में इजाफा होगा, साइबर सुरक्षा और डाटा संरक्षण की दिशा में और काम करने की जरूरत होगी।

साइबर खतरे से जागरूक करने की जरूरत
आरबीआई ने ये भी कहा है कि लोगों को साइबर क्षेत्र और उससे जुड़े फ्रॉड जैसे खतरों के बारे में जागरूक करने की जरूरत है ताकि वो अपने आप को इसका शिकार न होने दें। इस बारे में उसके ट्विटर हैंडल के जरिए लंबे समय से कैंपेन चलाया जा रहा है। कैंपेन में ग्राहकों से अपनी बैंकिंग संबंधी जानकारी और खास तौर पर वन टाइम पासवर्ड यानि ओटीपी किसी से भी न साझा करने की सलाह दी गई है।

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