लिफ्ट, ट्रेवलेटर, एस्केलेटर की सुविधा हबीबगंज स्टेशन पर यात्रियों एक महीने बाद से

भोपाल
 हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को एक महीने बाद एस्केलेटर, लिफ्ट और ट्रेवलेटर की सुविधा मिलने लगेंगी। इन सुविधाओं को स्‍टेशन में स्‍थापित कर दिया गया है और इनकी जांचें भी हो चुकी हैं। केवल चालू करने की अनुमति मिलनी बाकी है, जो कि अगले 25 दिनों में मिलने की संभावना है। इनके चालू होने से रोजाना हजारों यात्रियों को सहूलियतें होंगी। अभी ये यात्री अंडरग्राउंड सब-वे से होकर आना-जाना करते हैं जो घुमावदार है और यात्री परेशान हो जाते हैं। इस स्टेशन को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत पुन: विकसित किया गया है।

तीन महीने से तैयार है लिफ्ट, ट्रेवलेटर, एस्केलेटर

हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट, ट्रेवलेटर, एस्केलेटर तीन महीने से तैयार हैं। लेकिन इन्हें चालू नहीं किया जा रहा है। पीपीपी मॉडल के जरिए विकसित किया गया यह इंडियन रेलवे का पहला स्टेशन है, जिसमें यात्री सुविधाओं पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। बाकी के 300 करोड़ रुपये व्यवसायिक गतिविधियों पर खर्च किए जा रहे हैं, जो यात्री सुविधाओं से अलग है। सूत्रों की मानें तो इस स्टेशन का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है। लोकार्पण के साथ ही यात्रियों को लिफ्ट, ट्रेवलेटर, एस्केलेटर की सुविधा मिलेंगी।

घुमावदार सब-वे से परेशान हो चुके हैं यात्री

अभी स्टेशन पर प्रवेश करने और बाहर निकलने के लिए अंडर ग्राउंड सब-वे का उपयोग करना पड़ता है, क्योंकि बड़ा फुट ओवरब्रिज बंद करके रखा गया है। स्टेशन पर दो सब-वे हैं। यात्री दिनेश रघुवंशी का कहना है कि सब-वे से आना-जाना वृद्ध, बीमार और दिव्यांग यात्रियों को अखर जाता है, क्योंकि सब-वे घुमावदार है, जितने समय में बड़े फुट ओवरब्रिज से होकर प्लेटफार्मों तक पहुंच सकते हैं, उससे अधिक समय तक सब-वे में ही चक्कर लगाने पड़ते हैं। यात्रियों की मांग है कि लिफ्ट, एस्केलेटर, ट्रेवलेटर और बड़ा फुट ओवरब्रिज जल्द चालू किए जाएं।

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