विधायकों के प्रोटोकाल उल्लंघन के मामलों में अधिकारी नहीं दिखाते रुचि!

भोपाल
प्रदेश के विधायकों के प्रोटोकाल उल्लंघन के मामलों में सरकारी विभागों के अफसर रुचि नहीं ले रहे हैं। प्रदेश के विधायकों की प्रोटोकॉल उल्लंघन की कुल तीस शिकायतें थे इनमें से 21 पर सरकारी विभागों के अफसरों ने कोई कार्यवाही नहीं की है। इस पर विधायकों की सदस्य सुविधा समिति ने नाराजगी जताई है। समिति ने सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार से कहा है कि विधायकों के प्रोटोकाल उल्लंघन की शिकायतों पर सात से दस दिन के भीतर कार्यवाही की जाना चाहिए।
 
विधानसभा सदस्य सुविधा समिति की बैठक में विधायकों के प्रोटोकाल उल्लंघन के विषय पर चर्चा की गई।  इस बैठक में सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार को भी बुलाया गया था। सदस्य सुविधा समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन ने विधायकों के प्रोटोकाल उल्लंघन के मामले सरकारी विभागों के अधिकारियों द्वारा लंबे समय तक कार्यवाही नहीं किये जाने की प्रक्रिया पर सदस्यों की ओर से नाराजगी का इजहार किया गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले जो विधायकों के प्रोटोकाल से जुड़े हैं, उनका  निराकरण सात दिन में किया जाना चाहिए।

उन्होंने अपर मुख्य सचिव से आग्रह किया कि जिन विभागों के अफसर विधायकों के प्रोटोकाल उल्लंघन के प्रकरणों पर लंबे समय से कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं उन्हें निर्देशित करे कि समयसीमा के भीतर ऐसे मामलों पर कार्यवाही करें। पूर्व विधानसभा अध्यक्षों को छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सुविधाएं और प्रोटोकाल दिए जाने पर भी चर्चा की गई। प्रोटोकाल में पूर्व अध्यक्षों का नाम भी शामिल किए जाने पर चर्चा की गई।

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