सुखों की प्राप्ति के लिए करें ‘मातंगी यंत्र साधना’ 

नई दिल्ली
किसी न किसी कारण से अनेक युवक-युवतियों का विवाह नहीं हो पाता है। उनकी उम्र बढ़ती जाती है और किसी न किसी बाधा के कारण विवाह में रूकावट बनी रहती है। इसके साथ ही कई दंपती ऐसे होते हैं जिन्हें विवाह के कई वर्षो बाद भी संतान सुख प्राप्त नहीं होता। यदि आप भी ऐसी ही किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो मातंगी यंत्र साधना आपके इन कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण कर सकती है। तंत्र शास्त्रों में मातंगी देवी के अनेक अनुष्ठान बताए गए हैं जिनमें से शीघ्र फलीभूत होने वाला उपाय है मातंगी यंत्र साधना। यह साधना किसी योग्य गुरु के सान्निध्य में करें या उनसे मार्गदर्शन लेकर स्वयं करें। मातंगी मंत्र का प्रयोग मुख्यत: शारीरिक सुंदरता बढ़ाने, शीघ्र विवाह तथा गृहस्थ जीवन को पूर्णत: सुखमय बनाने के लिए किया जाता है। जीवन में पूर्ण गृहस्थ सुख और पत्नी सुख के लिए इस मंत्र का विधान बताया गया है। इस मंत्र के प्रयोग से मनोवांछित जगह विवाह हो जाता है।

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मातंगी साधना के लिए मातंगी यंत्र की आवश्यकता होती है, जिसे बाजार से खरीदा जा सकता है। यह यंत्र ताम्र या अष्टधातु का बना होना चाहिए। यदि क्षमता हो तो रजत या स्वर्ण से बना हुआ भी ले सकते हैं। इसके बाद होली या दीपावली की रात्रि में पूर्वाभिमुख होकर लाल कंबल का आसन बिछाकर बैठ जाएं। एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर यंत्र की स्थापना करें। पूजन करें। फिर साधना के लिए मातंगी ध्यान करें- ध्यान मंत्र- श्यामांगी शशिशेखरान्ति्रनयनां रत्नसिंहासनस्थिताम् । वेदैव्र्बाहुदण्डैरसि खेटक पाशांकुशधराम् ।। 

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