पीजी में साइंस ने कामर्स को रौंदा, एमए में सबसे ज्यादा 80 हजार प्रवेश

भोपाल
प्रदेश के निजी और सरकारी कालेजों के प्रवेश पर विराम लग गया है। यूजी-पीजी के प्रवेश छह लाख 48 हजार 500 प्रवेश हो चुके हैं। यूजी में चार लाख 90 हजार 300 प्रवेश हुये हैं। वहीं पीजी में डेढ लाख दाखिले हुये हैं। इसमें सबसे ज्यादा 80 हजार से ज्यादा प्रवेश हुये हैं। चौकाने वाली बात ये है कि यूजी में बीएससी में विद्यार्थियों को ज्यादा महत्व दिया है। वहीं पीजी में भी साइंस विद्यार्थियों ने दिलचस्पी दिखाई है। इससे स्पष्ट होता है कि साइंस विद्यार्थी ज्यादा आगे आ रहे हैं।

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के 1301 कालेजों के प्रवेश देने की प्रक्रिया बंद हो गई है। यूजी में ज्यादा प्रवेश बीए संकाय में हुए हैं। जबकि सबसे कम प्रवेश कामर्स संकाय में हुए हैं। साइंस की स्थिति दूसरी श्रेणी में बनी हुई है। पीजी में डेढ लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिये हैं। इसमें सबसे ज्यादा प्रवेश एमए फैकल्टी में हुये हैं। जबकि सबसे कम प्रवेश संस्कृत में हुये हैं। सिर्फ एमए में 80 हजार से ज्यादा दाखिले हुये हैं। पीजी में हुये प्रवेश में करीब 55 फीसदी प्रवेश सिर्फ एमए में हुये हैं। एमए में सबसे ज्यादा प्रवेश होने के दो कारण सामने आए हैं। एमए में सबसे ज्यादा प्रवेश ग्रामीण क्षेत्रों की सीटों पर हुए हैं। वहीं बड़े शहरों के कालेजों में हुए प्रवेश डमी के तौर पर लिए गए हैं। क्योंकि विद्यार्थी एमए में डमी प्रवेश लेकर अपनी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयार कर सकते हैं। इसमें उन्हें अपनी संकाय को पास करने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करना होती है। वे अपने भविष्य को बनाने के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। इसमें यूपीएससी, एमपीपीएससी के साथ अन्य राज्यों की भर्ती परीक्षाएं तक शामिल हैं।

डिप्लोमा में साढे हजार प्रवेश
पीजी डिप्लोमा के प्रवेश दस हजार का आंकडा नहीं छू पाये हैं। तीन माह की काउंसलिंग में विभाग आठ हजार 438 प्रवेश ही कर सका है। ये प्रवेश भी विद्यार्थियों ने दूसरे डिग्री कोर्स के साथ लिये हैं।

कामर्स की स्थिति काफी लचर
कोरोना संक्रमध्ण के चलते वर्तमान में कामर्स सेक्टर की स्थिति काफी लचर बनी हुई है। नौकरी से संबंधित ज्यादा अवसर सामने नहीं आ रहे हैं। इसका एक असर कालेजों की बीकॉम और एमकॉम की सीटों पर हुए कम प्रवेश पर देखा जा सकता है। जबकि विद्यार्थियों ने बीएससी और एमएससी में ज्यादा प्रवेश लिए हैं। पीजी में सबसे कम प्रवेश संस्कृत और एमएससी होमसाइंस में हुये हैं।

यूजी-पीजी में साइंस की धूम
कोर्स         प्रवेश
बीए         तीन लाख
बीएससी     डेढ लाख
बीकाम     सवा लाख
विधि         15 हजार
एमए         80,000
एमएससी    37,000
एमकाम     18,000
विधि         12,000
होमसाइंस     600
संस्कृत       60
 

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