जनजातीय गौरव महासम्मेलन में 23 करोड़ होंगे खर्च

भोपाल
राजधानी भोपाल में 15 नवंबर को होने जा रहे जनजातीय गौरव सम्मेलन पर राज्य सरकार 22 करोड़ 90 लाख रुपए से अधिक की राशि खर्च करेगी। जंबूरी मैदान पर सम्मेलन स्थल के डोम, पांडाल, टेंट, साज-सज्जा और ब्रांडिंग पर ही 9 करोड़ 98 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे जबकि नाश्ते और भोजन के लिए सरकार खजाने से 3 करोड़ 33 लाख रुपए खर्च करेगी।

भोपाल के जंबूरी मैदान में हो रहे इस आयोजन में प्रदेशभर से 2 लाख आदिवासी परिवारों को जुटाया जाना है। इसकी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में भोपाल सहित प्रदेशभर के कलेक्टर जुटे हुए है। जनजातीय कार्य विभाग इस पूरे आयोजन का खर्च उठा रहा है। भोपाल कलेक्टर को 9 करोड़ 98 लााख 13 हजार रुपए का बजट दिया गया है। इस राशि से जंबूरी मैदान पर बड़ा डोम बनाया जाएगा। दो लाख लोगों के बैठने के लिए पांडाल लगाए जाएंगे। मंच की साज-सज्जा और ब्रांडिंग इवेंट मैनेजमेंट तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाए की जाएंगी। इस आयोजन के लिए राशि आदिवासी संस्कृति का पररिक्षण विकास एवं देवठान मद से आवंटित की गई है।

जनजातीय कार्य विभाग ने प्रदेश के 52 जिलों कलेक्टरों को 12 करोड़ 92 लाख 85 जार रुपए का आवंटन आदिवासी संस्कृति का परिरक्षण विकास एवं देवठान मद से किया है। कुल दो लाख लोग प्रदेशभर से इस सम्मेलन के लिए भोपाल लाए जाने है। इनके परिवहन के लिए प्रति व्यक्ति प्रति किलोमीटर 45 रुपए का बजट कलेक्टरों को दिया गया है।  नास्ते के लिए प्रति व्यक्ति 40 रुपए का बजट दिया गया है। वहीं प्रति व्यक्ति को सरकार साठ रुपए का खाना खिलाएगी। कई जगह एक बार तो कई जगह के लोगों को दो बार नाश्ता और भोजन मिलेगा। नाश्ते पर कुल 9 करोड़ 74 लाख 40 हजार रुपए की राशि खर्च की जाएगी वहीं भोजन पर 2 करोड़ 35 लाख 80 हजार रुपए की राशि खर्च की जाएगी।

आयोजन में आने वाले प्रतिभागियों को पचास लाख रुपए के सेनेटाईजर, मास्क और बैनर दिए जाएंगे। प्रत्येक बस पर एक हजार रुपए का बैनर तैयार कर लगाया जाएगा।

प्रदेश के 52 जिलों से पांच हजार बसों के जरिए दो लाख लोगों को राजधानी भोपाल लाया जाएगा। उनके  यहां ठहरने, खाने , नाश्ते और सेनेटाईजर सहित अन्य सुरक्षा इंतजामों का पुख्ता प्रबंध किया गया है। सम्मेलन में शामिल होने आ रहे प्रतिभागियों को रुकवाने के लिए प्रति व्यक्ति 260 रुपए खर्च किया जाएगा। आठ जिलों के 1 लाख 1 हजार लोगो को रुकवाने के लिए 2 करोड़ 62 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।

इस सम्मेलन में भोपाल सहित कुल नौ जिलों से दस हजार से अधिक लोग इस सम्मेलन में आएंगे। भोपाल से सर्वाधिक बीस हजार लोग सम्मेलन में शामिल होंगे। रायसेन और सीहोर से बारह-बारह हजार लोग शामिल होंगे। होशंगाबाद से चौदह हजार लोग आएंगे। हरदा, बैतूल, धार, खरगौन, बड़वानी से दस-दस हजार लोगों को बसों के जरिए भोपाल लाया जाएगा।

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