यूजी-पीजी में विद्यार्थियों ने निकाली टीसी, सबसे ज्यादा भोपाल, इंदौर और जबलपुर में प्रवेश निरस्त

भोपाल
प्रदेश के 1301 निजी और सरकारी कॉलेजों में दो चरण की काउंसलिंग और दो कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) में करीब साढेÞ नौ हजार विद्यार्थियों ने यूजी-पीजी से अपने प्रवेश निरस्त कराकर टीसी निकाल ली है। सीएलसी का तीसरा राउंड चलन में हैं। यूजी-पीजी के दोनों राउंड की काउंसलिंग के बाद सबसे ज्यादा छह हजार प्रवेश निरस्त पिछली 2 सीएलसी में हुए हैं।

उच्च शिक्षा विभाग ने तीसरे राउंड की सीएलसी शुरू कर दी है। दोनों राउंड की काउंसलिंग और दो सीएलसी में अपने कालेज की सीट छोडने वाले विद्यार्थी प्रवेश लेने तीसरे राउंड की सीएलसी के भरोसे आ गए हैं। प्रथम राउंड में 1200 और दूसरे राउंड में 300 विद्यार्थियों ने प्रवेश निरस्त कराये थे। इसके बाद दो सीएलसी में प्रवेश निरस्त कराने का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा, जो साढेÞ नौ हजार पर जाकर रुका है। इसमें सबसे ज्यादा प्रवेश निरस्त भोपाल के कॉलेजों में हुए हैं। इसके बाद इंदौर और जबलपुर में प्रवेश निरस्त हुए हैं। अब तीसरी सीएलसी शुरू हुई है। इसमें भी काफी संख्या में प्रवेश निरस्त होंने के कयास लगाये जा रहे हैं। सभी साढ़े नौ हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश निरस्त कराकर टीसी लेकर दूसरे कॉलेज में प्रवेश लेंगे। प्रवेश निरस्त होने के बाद उनका पंजीयन यथावत रहेगा।

प्रदेश के निजी, सरकारी और अल्पसंख्यक कॉलेजों के यूजी-पीजी कोर्स में रिक्त सीटों को भरने के लिए विभाग ने सीएलसी का तीसरा अतिरिक्त राउंड शुरू कर दिया है। आज तीसरे दिन तक प्रवेश का आकड़ा सैकड़ा तक पार नहीं कर सका है। यूजी में 300 और पीजी में 60 पंजीयन हुए हैं।

विभाग प्रवेश निरस्त कराने वाले विद्यार्थियों की जानकारी एकत्रित करने में लगा हुआ है। ताकि उन्हें भी विद्यार्थियों द्वारा प्रवेश निरस्त कराने के कारणों की पता चल सके। यहां तक विभाग उनकी समस्याओं को दूर कर सीएलसी से प्रवेश की संख्या में इजाफा कर सकेगा। इसमें सबसे ज्यादा परेशान करने वाले पांच कारण सामने आए हैं। इसमें सबसे ज्यादा विद्यार्थियों के पास फीस का शुल्क नहीं होना, अपनी तरफ से सही च्वाइस नहीं देना, कॉलेजों की पूर्ण जानकारी नहीं होना शामिल हैं। प्रवेश लेने के बाद  कॉलेज विद्यार्थियों की कसौटी पर खरे नहीं उतरे हैं, जिसके कारण प्रवेश निरस्त कराए गए हैं। तीसरी सीएलसी के पंजीयन 14 नवंबर तक होंगे और विद्यार्थी 16 नवंबर तक प्रवेश ले पाएंगे।

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