फास्टैग में बैलेंस फिर भी डिफाल्टर मान दोगुनी टोल वसूली, आगरा एक्सप्रेस-वे पर मनमानी

लखनऊ

आगरा एक्सप्रेस-वे पर टोलकर्मी मनमानी कर रहे हैं। फास्टैग में बैलेंस होने के बावजूद टोलकर्मी वाहन चालकों को डिफाल्टर मानकर कैश लेन में भेजकर दोगुना टोल वसूल रहे हैं। टोल कंपनी की मनमानी से परेशान वाहन चालकों की टोलकर्मियों से तीखी नोकझोंक भी होती है। इस दौरान टोल प्लाजा पर वाहनों का लंबी लाइन लग जाती है। परेशान वाहन चालक टोल मैनेजर से लेकर टोल फ्री नंबर तक शिकायत करते हैं, लेकिन सुनवाई नहीं होती। इसका खामियाजा वाहन चालकों को दोगुना जुर्माना देकर भुगतना पड़ रहा है। गौरतलब है कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से रोजाना करीब 25 हजार वाहन गुजरते हैं लेकिन फास्टैग स्कैनर खराब होन के कारण भी कई बार वाहन चालकों को कैश लेन से गुजरना पड़ता है।

डालीगंज निवासी अशफाक खान 22 नवम्बर को आगरा एक्सप्रेस-वे होकर आगरा जा रहे थे। लखनऊ टोल पर फास्टैग लेन से आसानी से चले गए लेकिन अगले टोल पर टोलकर्मियों ने रोक लिया। जबकि फास्टैग में पैसा भी था। इस दौरान वाहन चालक की टोलकर्मियों से काफी बहस भी हुई।

गोमतीनगर निवासी राम लखन दिल्ली जा रहे थे। लखनऊ में फास्टैग लेन से गुजरे, लेकिन अगले टोल प्लाजा पर टोलकर्मियों ने वाहन को फास्टैग लेन से कैश लेन में भेज दिया। वाहन चालक ने फास्टैग की जांच कराई तो उसमें बैलेंस था। इसके बावजूद जुर्माना देकर दोगुना टोल देकर कैश लेन से गुजरना पड़ा।

जिम्मेदार बोले

वाहन चालक के फास्टैग में बैलेंस के बावजूद यदि कैश लेन में भेजा गया है तो जांच कराई जाएगी। फास्टैग स्कैनर काम नहीं कर रहा है तो वाहन चालक से दोगुना टोल नहीं वसूला जाएगा।

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