किसान लीलाराम ने निरंजन बैंगन से दी धमतरी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

धमतरी
जिले के कुरूद विकासखण्ड के ग्राम धूमा के नवाचारी किसान  लीलाराम साहू द्वारा विकसित नई किस्म का निरंजन बैंगन के लिए उन्हें सोमवार छह दिसम्बर को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा राज्य स्तरीय कृषक सम्मान से रायपुर के एक निजी होटल में नवाजा जाएगा। उप संचालक कृषि ने बताया कि उत्कृष्ट सब्जीवर्गीय उत्पादन के क्षेत्र में साहू ने कई नवाचार किए हैं, जिनमें से एक निरंजन बैंगन है। उन्होंने बताया कि देश में उत्पादित बैंगन की विभिन्न प्रजातियों में से निरंजन अब तक का सर्वाधिक लम्बा बैंगन है जो अधिकतम दो फीट तक बढ़ता है। इसमें बीज की मात्रा कम और पल्प अधिक होता है जिसके कारण यह बेहद स्वादिष्ट होता है।

सब्जी उत्पादक कृषक लीलाराम साहू ने बताया कि इसे तैयार करने के लिए उन्होंने पारम्परिक रूप से देशी सिंघी भटा के बीज तैयार करने के लिए शुद्ध घी 100 ग्राम, शहद 200 ग्राम, बरगद के पेड़ की जड़ के पास की मिट्टी 500 ग्राम, गोमूत्र 2400 ग्राम, गोबर 1200 ग्राम में आवश्यक पोषक तत्व मिलाया, तदुपरांत उपारित बीज का प्रसंस्करण किया। इसके बाद बीजों में अंकुरण ज्यादा लाने, निरोग बनाए रखने, फल की लम्बाई में वृद्धि करवे व गुदा की मात्रा बढ़ाने और स्वाद में बढ़ोतरी करने का कार्य साहू ने किया। परिणामस्वरूप आश्चर्यजनक व नवाचारी गुण से परिपूर्ण बैंगन की नई किस्म विकसित हुई, जिसका नामकरण (निरंजन) अपने पिताजी के नाम पर किया। उक्त नवाचारी बैंगन के बीज को उनके द्वारा धमतरी सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के प्रगतिशील किसानों को हर साल नि:शुल्क वितरण किया जाता है। आज निरंजन बैंगन की खेती छत्तीसगढ़ के अलावा मणिपुर, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, गुजरात, महाराष्ट्र सहित केरल राज्य में भी की जाती है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने साहू को उनके निरंजन बैंगन के उत्पाद के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। साथ ही राष्ट्रीय नवप्रवर्तक संस्थान अहमदाबाद के द्वारा डॉक्यूमेंटेशन के उपरांत बैंगन की उक्त प्रजाति के लिए साल-2017 में पेटेंट भी किया गया था।

Back to top button