हेलिकॉप्टर क्रैशः प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया आग का गोला बने विमान से कूदे थे तीन लोग

नई दिल्ली
बुधवार सुबह तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायु सेना का MI17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ उनकी पत्नी और अन्य 12 सेना के अधिकारी मौजूद थे। स्थानीय लोग सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर सवार लोगों को बचाने के प्रयास में पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विमान पेड़ से टकराया था, आग लगने से पहले तीन लोग हेलिकॉप्टर से कूदे थे। कुन्नूर में सेना के विमान हादसे के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया, "मैंने पहली बार एक तेज आवाज सुनी। जब मैं यह देखने के लिए बाहर आया कि क्या हुआ था, तो मैंने देखा कि हेलीकॉप्टर एक पेड़ से टकरा गया था। एक बहुत बड़ा आग का गोला था और फिर यह दूसरे पेड़ से टकरा गया। मैंने दो-तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से कूदते हुए देखा, वे पूरी तरह जल गए थे और हेलिकॉप्टर से गिरने लगे।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने इलाके के और लोगों को बुलाया और हमने विमान हादसे में घायल लोगों की मदद करने की कोशिश की। हमने कंबलों और पानी से विमान में आग बुझाने की कोशिश की। हम घायलों को स्ट्रैचर से सड़क तक ला रहे थे, इसके बाद दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया गया।" बता दें कि आज सुबह तमिलनाडु के कुन्नूर में सेना का MI17V5 विमान दुर्घनाग्रस्त हो गया। खराब मौसम की वजह से ये हादसा हुआ। इस हादसे में 11 लोगों के शहीद होने की सूचना है। जबकि तीन गंभीर रूप से घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वायुसेना ने कहा है कि दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गये हैं।

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