सेलिब्रेशन पर भारी ओमिक्रॉन, रोकी IAS अफसरों की प्लानिंग

भोपाल
दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह में तफरीह के लिए देश-विदेश के पिकनिक स्पाट पर दौरे करने वाले आईएएस अफसरों को कोरोना इस साल भी रोक रहा है। इन अधिकारियों ने न्यू ईयर के पहले पिकनिक और मस्ती के कार्यक्रम भीड़भाड़ वाले इलाकों में मनाने की बजाय परिजनों और सुरक्षित स्थानों पर मनाने का फैसला लिया है। यही स्थिति आईपीएस और आईएफएस अफसरों के मामले में भी है। चालू साल में अब तक 15 दिसम्बर से पांच जनवरी के बीच छुट्टी पर जाने वाले अफसरों के आवेदन कोरोना काल के पहले के मुताबिक नाममात्र ही बताए जा रहे हैं।

वर्ष 2020 में कोरोना की पहली लहर के खौफ के चलते भी आईएएस अफसरों ने भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों पर जाने से दूरी बनाई थी। इन अधिकारियों ने खुद को अपने घरों और परिजनों के बीच समेटते हुए न्यू ईयर मनाया था और ईश्वर से यह प्रार्थना करते रहे थे कि कोरोना जल्दी खत्म हो। इस साल जबकि अभी हालात उतने खराब नहीं हैं, तो भी आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों द्वारा थोक में ली जाने वाली छुट्टियों के आवेदन मंत्रालय में नहीं आए हैं। इसकी वजह विदेशों के साथ पड़ोसी राज्यों में बढ़ते ओमिक्रॉन के मामले हैं जिसके चलते असुरक्षित स्थानों पर जाने से अधिकारी बच रहे हैं। ये अधिकारी प्रदेश में पचमढ़ी, कान्हा, मांडू, महेश्वर, बांधवगढ़ समेत अन्य पर्यटन स्थलों पर ही अपनी सुरक्षा से संतुष्टि के आधार पर जाने को तैयार हैं पर अभी ऐसे अफसरों की संख्या ज्यादा नहीं है।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मार्च 2020 में सत्ता संभालने के बाद अपनी वर्किंग स्टाइल में भी बदलाव किया है। इसके कारण उनकी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए साल के अंतिम महीने में खाली होने वाले मंत्रालय के अफसरों के कक्षों में अफसरों की गैरमौजूदगी पर रुकावट आई है। चूंकि सीएम कभी भी किसी भी विभाग की बैठकें बुला लेते हैं। इसलिए भी अधिकारी नाराजगी और बदलाव से बचने के लिए लम्बी छुट्टी से बच रहे हैं।

 

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