डायबिटीज के मरीज इन चीज़ो का हमेशा रखे ख्याल

रिसमस और विंटर वेकेशन शुरू होने वाली हैं। इस त्योहार और छुट्टियों के सीजन को लेकर लोग बेहद उत्सुक हैं। छुट्टियों में कुछ लोग घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो कुछ इन हाउज पार्टीज ऑर्गेनाइज करने की तैयारियों में जुटे हैं। वैसे त्योहार कोई भी हो मिठाई और स्वादिष्ट भोजन के बिना अधूरा है। देखा जाए, तो क्रिसमस और न्यू ईयर दोनों ही हिंदू धर्म के त्योहार नहीं है, फिर भी सभी लोग इन्हें बड़ी धमूधाम से मनाते हैं। इन मौकों पर 7 दिन तक क्रिसमस फीस्ट, न्यू ईयर प्री एंड पोस्ट पार्टीज लगभग हर दिन आयोजित की जाती हैं, जिसमें तरह-तरह के व्यंजन सर्व किए जाते हैं। मिठाई और स्नैक्स की वैरायटी इनमें सबसे ज्यादा होती हैं, जिन्हें अवॉइड करना बहुत मुश्किल है।

डॉक्टर्स कहते हैं कि मौज-मस्ती और छुट्टियों को खाने-पीने के साथ एन्जॉय करना गलत नहीं है, लेकिन अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इन सभी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। बता दें कि तले हुए, मीठे, मसालेदार व्यंजन डायबिटीज वाले लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। आंकड़े बताते हैं कि जिन लोगों को पहले से ब्लड शुगर लेवल की समस्या है फेस्टिव सीजन के दौरान और बाद में उनके शुगर लेवल में 15 से 18 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी जाती है। इसलिए क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे बड़े त्योहारों के बाद हेल्थ का मैनेजमेंट करना डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत जरूरी है। यहां त्योहारी सीजन में डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों को बीमारी का प्रबंधन करने के कुछ बुनियादी और आसान से टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें फॉलो करने से ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने में बहुत मदद मिलेगी।

​मिठाइयों से बचें

डायबिटीज रोगियों को पहले ही कुछ भी मीठा खाने की मनाही होती है। इसलिए भले ही त्योहार हो या ना हो, डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा चीनी और आर्टिफिशियल शुगर से बनी मिठाइयों का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके बजाय नेचुरल स्वीटनर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे न केवल ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा बल्कि स्वाद में किसी प्रकार का समझौता भी नहीं करना पड़ेगा।

​सीमित मात्रा में मिठाई का सेवन करें

डायबिटीज से ग्रसित लोगों को अपने खाने की मात्रा को ध्यान में रखना चाहिए। सीमित मात्रा में ही मिठाई का सवेन करना ठीक है, लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

​खाने में सूखे मेवे शामिल करें

इस त्योहारी सीजन में अगर आप कोई पकवान बना रहे हैं, तो खाने में मेवे और सूखे मेवे शामिल करें। बादाम,अखरोट, खजूर पौष्टिक और स्वस्थ हैं। यह बेहद स्वादिष्ट और डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतरीन विकल्प है।

​मैदा और चीनी का उपयोग न करें

हर त्योहार पर कोई भी पकवान बनाने के लिए साबुत अनाज, मैदा और चीनी का इस्तेमल सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में मिठाई तैयार करते समय इन रिफाइंड फूड्स का इस्तेमाल करना बंद करें। बेहतर है कि ज्वार और खापली गेहूं जैसे अनाज से बने साबुत अनाज का उपयोग करना डायबिटीज वालों के लिए स्वस्थ विकल्प है।

​भूख लगने पर मीठा अवॉइड करें

डायबिटीज वाले लोगों को भूख लगने पर मीठा खाने से बचना चाहिए। ध्यान रखें कि खाली पेट खाने से व्यक्ति जरूरत से ज्यादा खा लेता है। इसलिए कोशिश करें, कि मिठाई खाने से पहले आपका पेट पूरी तरह से भरा हो। इस तरह आप ज्यादा मिठाई खाने से बच जाएंगे।

​ट्रांसपैरेंट कंटेनर में मिठाई स्टोर न करें

हो सकता है कि आपको ये सुझाव थोड़ा बेतुका लगे, लेकिन यकीन मानिए है बड़े काम का। अक्सर जो चीजें हमारी नजरों के सामने नहीं होती, वह अक्सर हमारे दिमाग में नहीं आतीं। यह तरीका मिठाई खाने की इच्छा को कम करेगा और स्वभाविक रूप से आप खुद बार-बार मीठा खाने से बच जाएंगे।

​6 बजे के बाद कुछ भी मीठा खाने से बचें

डॉक्टर्स के अनुसार ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने का बढ़िया तरीका है, कि शाम 6 बजे के बाद कुछ भी मीठा ना खाएं। दरअसल, शाम और रात में शरीर की चयापचय दर स्लो हो जाती है, जिससे कम कैलोरी बर्न हो पाती है। इसलिए भले ही आप कितनी भी बड़ी पार्टी में क्यों ना जा रहे हों, शाम 6 बजे के बाद मीठा खाना अवॉइड करें।

अगर आप भी इन छुट्टियों को बिना ब्लड शुगर लेवल बढ़ाए एन्जॉय करना चाहते हैं, तो बताए गए टिप्स को जरूर फॉलों करें।

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