प्रदेश में 27 दिसंबर से बौछारें पड़ने का सिलसिला होगा शुरू

भोपाल
 उत्तर भारत और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 26 दिसंबर को एक तीव्र आवृति वाला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा। इसके असर से 26 दिसंबर की शाम से ही मध्य प्रदेश में बादल छाने की संभावना है। इससे रात का तापमान बढ़ने लगेगा। 27 दिसंबर से प्रदेश में कहीं-कहीं बौछारें पड़ने का भी सिलसिला शुरू होने के आसार हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि शुक्रवार से एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के आसपास सक्रिय हुआ है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से अब हवाओं का रुख बदलने लगा है। रविवार को एक अधिक फ्रीक्वेंसी वाले पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने के आसार हैं। हवाओं के साथ नमी आने के कारण रविवार शाम से ही बादल छाने लगेंगे। सोमवार से ग्वालियर-चंबल, सागर संभाागों के जिलों में बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो सकता है।

इस दौरान जबलपुर, शहडोल, भोपाल, होशंगाबाद, इंदौर संभागों के जिलों में बादल छाए रहेंगे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। 28 दिसंबर को शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इस दौरान सुबह के समय प्रदेश के अधिकतर जिलों में घना कोहरा भी रहने की संभावना है। जिसके चलते रात का तापमान बढ़ा हुआ रहेगा, लेकिन दिन में तापमान में गिरावट होगी। जिसके चलते सिहरन महसूस होगी।

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