पूरे चीन में ओमिक्रॉन फैलने की आशंका से हड़कंप, 4 महीने बाद सबसे ज्यादा मामले, सरकार के फूले हाथ पांव
बीजिंग
कोरोना वायरस को जन्म देने वाला चीन भले ही कोरोना वायरस की पहली लहर में पूरी दुनिया को फंसाने में कामयाब हो गया हो, लेकिन इस साल कोरोना वायरस से चीन का पीछा नहीं छूट रहा है। बार बार चीन के अलग अलग शहरों में लॉकडाउन लग रहे हैं। पहले चीन को डेल्टा वेरिएंट ने परेशान किया था और अब ओमिक्रॉन वेरिएंट ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की नाक में दम कर रखा है।
4 महीने बाद सबसे ज्यादा मामले
चीन ने शनिवार को चार महीनों में अपने सबसे अधिक नए कोरोनोवायरस मामलों की रिपोर्ट दी है। और अधिकारियों ने कहा है कि, शीआन शहर में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गये हैं, जहां लाखों लोगों को घरो में बंद रखा गया है। चीन की तानाशाह सरकार की तरफ से एक भी आदमी को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई है। चीन, जहां कोरोनोवायरस का पहली बार 2019 के अंत में पता चला था, वो कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर हाई अलर्ट पर है, क्योंकि चीन में अगले साल फरवरी में ओलंपिक प्रतियोगिता भी होनी है और अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि, ओलंपिक खेल की वजह से चीन की स्थिति खराब होगी। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के एक बयान के अनुसार, शनिवार को चीन में 140 नये कोविड मामले मिले हैं, जिनमें से 87 संक्रमित स्थानीय संक्रमण का शिकार हुए हैं, जबकि बाकी मरीज विदेशों से आए हुए हैं। एक दिन पहले ये आंकड़ा सिर्फ 55 था।
शियान शहर में लॉकडाउन
वहीं, चीन की सरकार ने वुहान जितने ही बड़े शहर शियान में भी गुरुवार को पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है। यह शहर कई पूर्व चीनी राजवंशों की राजधानी और टेराकोटा वॉरियर्स के लिए मशहूर है। यहां की 1.3 करोड़ आबादी से कहा गया है कि वह अपने घरों में ही बंद रहें। बीते दो वर्षों में चीन ने कहीं भी इतना बड़ा लॉकडाउन नहीं लगाया था और वह छोटे-छोटे लॉकडाउन लगाकर ही वायरस को कंट्रोल कर रहा था। लेकिन, ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर दुनिया में जो दशहत मची हुई, उससे आशंकित चीनी शासकों ने पश्चिम के इस बड़े शहर को पूरी तरह से तालों में बंद कर दिया है।