अयोग्य की पात्रता बनाकर बीयू ने मेंगलोर भेजी 33 एथलेटिक्स खिलाडियों की सूची

भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने अयोग्य 33 एथलेटिक्स खिलाडियों की टीम को मेंगलोर विश्वविद्यालय मेंगलोर भेज रहा है। आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भागीदारी कराने चयन समिति ने टीम के खिलाडियों को सत्यापित नहीं किया है। इसके बाद भी मेजर ध्यानचंद शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक आलोक मिश्रा उनकी पात्रता बनाकर प्रतियोगिता में भागीदारी करने मेंगलोर भेज दी है। चयन समिति में भोपाल के तीन सरकारी कालेजों के खेल अधिकारी शामिल हैं। चार से सात जनवरी तक होने वाली प्रतियोगिता में हिस्सेदारी करने बीयू की टीम को तीन जनवरी को मेंगलोर में अपनी आमद दर्ज कराना है। इसलिए टीम जल्द ही भोपाल से रवाना होगी। एथलेटिक्स टीम मेंगलोर में अपने जोहर दिखाएगी। उसके पहले ही अपनी बाजी हारना तय हो गया है। इसकी वजह चयन करने वाली समिति के सदस्यों ने अयोग्य खिलाडियों को सत्यापित करने से इंकार कर दिया। इसके बाद भी समिति के चयन के बिना सभी 33 खिलाडियों की पात्रता बनाकर मेंगलोर भेज दी है। इसमें 18 छात्र और 15 छात्राओं सहित 33 खिलाडियों की एथलेटिक्स की टीम तैयार की गई है।

स्थान से नहीं पढेगा फर्क
मेंगलोर में होने की वाली राष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में बीयू की तरफ से 33 खिलाडी प्रदर्शन करेंगे। उन्हें प्रतियोगिता में कोई स्थान हासिल हो या नहीं, लेकिन उन्हें राष्टÑीय स्तर की प्रतियोगिता में भागीदारी करने का सर्टिफिकेट जरुर प्राप्त हो जाएगा। ये सर्टिफिकेट काफी महत्वपूर्ण होता है। इसका उपयोग प्रवेश और भर्ती प्रक्रिया में होता है। इसलिये निदेशक मिश्रा ने अयोग्य उम्मीदवारों की पात्रता तैयार की है। निदेशक मिश्रा ने ये पात्रता किस लालच में कराई है। इसकी जांच कराने एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अशुतोष चौकसे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव से शिकायत करेंगे।

वर्जन
ट्रायल में योग्य प्रमाणित होने वाली एथलेटिक्स खिलाडी ही बेंगलुरू में प्रदर्शन करने जाएंगे। टीम की योग्यता मापने ट्रायल दोबारा भी कराया जा सकता है।
प्रो. आरजे राव, कुलपति, बीयू

Back to top button