इमदादी घराने के पंडित अनिन रॉय ने दी सितार वादन की प्रस्तुति

रायपुर
पंडित गुणवंत माधवलाल व्यास स्मृति संस्थान की 78 वी प्रात: कालीन संगीत सभा में रविवार को प्रात: 10 बजे से फेसबुक पर रायपुर के राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त सितार गुरु पंडित अनिन रॉय ने शास्त्रीय-वादन की प्रस्तुति दी। अनिन जी 5 वर्ष की आयु से सितार बजा रहे हैं।उन्होंने अपने पिता और कोलकाता के प्रसिद्ध सितार वादक पंडित जितेंद्र मोहन सेनगुप्ता के शिष्य नित्यगोपल रॉय जी से सितार की प्रारंभिक शिक्षा व विश्वविख्यात सितार वादक पंडित विमलेंदु मुखर्जी से सितार वादन की बारीकियां सीखीं। चौगुन की तानें-पड?-गतकारी और झाला को बहुत को बहुत खूबसूरती से बजाने वाले अनिन जी ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत राग-परमेश्वरी से की।इसमें उन्होंने विस्तार से अलाप-जोड़–परन के बाद ताल-तीनताल में मसीतखानी एवं रजाखानी गत की आकर्षक प्रस्तुति दी।

राग का पूरा स्वरूप दिखाने के बाद,विविध प्रकार की लयकारी से अपना कौशल दिखाया।अनिन जी का सितार पर सधा हुआ हाथ श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर रहा था,चैनदारी से अलाप-जोड़-झाला और सुंदर लयकारी को श्रोताओं ने खूब सराहा।अनिन जी के साथ तबले पर युवा कलाकार गौरव बिश्वास ने सुंदर संगत की।इस कार्यक्रम को फेसबुक पर रायपुर से संस्था के-गुनरस पिया संगीत सभा ग्रुप से शास्त्रीय संगीत के श्रोताओं के लिए फेसबुक पर लाईव किया गया। श्रोताओं ने खूब लाईक किया और उनके कार्यक्रम में लगातार दाद दी। गुनरस पिया की सभा में अब तक देश-विदेश के गुणी कलाकारों ने गायन,तबला-वादन,सितार-सरोद-सारंगी-संतूर वादन की प्रस्तुतियां दीं हैं।युवा एवं नवोदित कलाकारों को रविवासरीय संगीत सभा के माध्यम से जन जन तक पहुचाने का कार्य संस्था द्वारा अनवरत जारी है।गुनरस पिया फाउंडेशन द्वारा कोरोना काल में देश-विदेश के कलाकारों को फेसबुक के माध्यम से कार्यक्रम प्रस्तुति हेतु अवसर दिया जा रहा है।गुनरस पिया फाउंडेशन शास्त्रीय संगीत के संरक्षण एवं प्रचार प्रसार हेतु लगातार कार्य कर रहा है।कार्यक्रम के संयोजक दीपक व्यास ने यह जानकारी दी।

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