गणतंत्र दिवस 2022: अब हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई, CM शिवराज ने किया एलान

इंदौर
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) के अवसर पर इंदौर के नेहरू स्टेडियम में सुबह 9 बजे ध्वजारोहण किया, उसके बाद परेड की सलामी ली. परेड के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा हर्ष फायर किये गये. इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा झांकियां भी निकाली गई. सीएम ने विभिन्न विभागों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. सीएम ने लोगाों को संबोधित करते हुए कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. यह अमृत महोत्सव और गणतंत्र दिवस का आज अद्भुत और अविस्मरणीय संगम है.

पिछले 22 महीने में बदल दी प्रदेश की तस्वीर
सीएम ने राज्य के विकास का संकल्प लेते हुए कहा कि हमारी सरकार ने समृद्ध, विकसित और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने का बीड़ा उठाया है, तमाम योजनाओं के जरिए गरीबों और राज्य के जरूरतमंद लोगों के लिए विकास कार्य एवं सौगातें जारी रहेंगी. सीएम ने कहा मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले 22 महीने में राज्य की तस्वीर और तकदीर बदलने का काम किया है, चाहे कोरोना वायरस का मामला हो या विकास योजनाएं चलाने का सभी कार्यों में सरकार द्वारा ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं. मध्यप्रदेश में वैक्सीनेशन का काम तेजी से हो रहा है, अब तक 97% से अधिक लोगों को प्रथम डोज़ और 93% से अधिक लोगों को कोविड-19 की दोनो डोज लग चुकी है, इस कार्य में मध्यप्रदेश अग्रणी है.

5,173 मेगावाट से बढ़कर 21,451 मेगावाट हुई बिजली
सीएम ने आगे कहा कि सड़कों के विकास के साथ अटल प्रगति पथ के निर्माण में उल्लेखनीय कार्य हो रहा है. प्रदेश की 17,541 बसों को सड़कों से जोड़ा जाना था जिसमें 17,506 बसों को जोड़ा जा चुका है. वहीं बिजली की उपलब्धता पर कहा कि मध्यप्रदेश में पहले ​बिजली 5,173 मेगावाट थी जो सरकार के प्रयासों से बढ़कर 21,451 मेगावाट हो चुकी है. सिंचाई का रकबा भी लेने में प्रदेश निरंतर आगे बढ़ रहा है. इस साल 17 लाख 25 हजार किसानों ने 128 लाख 15 हजार मैट्रिक टन गेहूं और 6 लाख 54 हजार धान उत्पादक किसानों ने 45 लाख 44 हजार मैट्रिक टन धान का उपार्जन किया है, उन्होंने कहा सभी को आवास मुहैया कराने की दिशा में अब शहरी इलाकों में भी भू अधिकार योजना शुरू होगी. इसके अलावा हर महीने 2 लाख लोगों को रोजगार के अवसर दिए जाएंगे.

हिंदी में हो सकेगी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई
सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्टार्टअप के लिए नई नीति लागू होगी और स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया जाएगा. एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के उपयोग में प्रदेश देश में पहले स्थान पर है. राज्य में 38,000 करोड़ का निवेश आ चुका है. हमारी पूरी कोशिश है कि गरीब और जरूरतमंद बच्चों को भी अच्छे स्कूलों में शिक्षा दिला सकें, इसलिए सीएम राइजिंग स्कूल बना रहे हैं. उन्होंने कहा अगले साल से मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों की पढ़ाई भी हिंदी में हो सकेगी. वहीं उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के मकान बनाएगी माफियाओं के नहीं, गलत काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएंगा.

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