वेटलैंड संरक्षण में आम लोग भी दें योगदान

भोपाल

पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग ने विश्व वेटलैंड दिवस पर प्रदेशवासियों से नमभूमि संरक्षण में अपना अमूल्य योगदान देने की अपील की है। डंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पर्यावरणीय चिंता से देश और प्रदेश की नमभूमियों की देखभाल के तरीके में सुधार हुआ है। वेटलैंड यानी नदी, तालाब, पोखर और ऐसे जलक्षेत्र जहाँ हमेशा या साल के कई महीने जल भरा रहता है, के संरक्षण में आम लोगों के सहयोग की भी दरकार है। वेटलैंड मानव जीवन जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने, कार्बन पृथक्करण, दुर्लभ प्राणियों के आश्रय, मत्स्य पालन, धान खेती आदि आजीविका गतिविधियों में काफी महत्वपूर्ण है।

डंग के मुख्य आतिथ्य में वेटलैंड संरक्षण पर संगोष्ठी आज

मंत्री हरदीप सिंह डंग के मुख्य आतिथ्य में विश्व वेटलैंड दिवस एक फरवरी 2022 को राज्य वेटलैंड प्राधिकरण (एप्को) द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। 'वेटलैंड संरक्षण की चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ' पर केन्द्रित संगोष्ठी एप्को ऑडिटोरियम में प्रात: 11:30 बजे आरंभ होगी।

मध्यप्रदेश का भोज वेटलैंड शामिल है रामसर साइट में

विश्व में वेटलैंड के संरक्षण एवं स्थायी उपयोग के उद्देश्य से फरवरी 1971 में ईरान के रामसर शहर में अंतर्राष्ट्रीय संधि को अपनाया गया था। रामसर कन्वेंशन के अनुसार मानवीय गतिविधियों के चलते विश्व के 35 प्रतिशत वेटलैंड 1970 से 2015 के बीच लुप्त हो गये हैं। भारत में कुल 47 रामसर साइट्स हैं।

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