संजय गांधी ताप गृह में बायलर लीकेज से इकाई ठप,उत्‍पादन बंद

जबलपुर
 संजय गांधी ताप विद्युत गृह की 500 मेगावाट की इकाई में एक बार फिर बिजली उत्पादन ठप हो गया।  देर रात उत्पादन बंद हुआ। बायलर ट्यूब लीकेज की वजह से उत्पादन बाधित हुआ।

संजय गांधी ताप विद्युत गृह में कुल 1340 मेगावाट क्षमता में महज 565 मेगावाट ही बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इससे पहले जनवरी माह में ही बायलर ट्यूब लीकेज की वजह से यह इकाई बंद हो चुकी थी। बीते साल 2021 के अंत में इसी तरह की कई दफा यह खराबी आई। इकाई में 210 मेगावाट क्षमता की दो नंबर इकाई भी पिछले 100 घंटे से ज्यादा वक्त से बायलर ट्यूब लीकेज की वजह से ठप पड़ी हुई है।

श्रीसिंगाजी में बंद इकाई दोबारा चालू : ताप गृह की इकाईयाें में बार-बार आ रही खराबी से बिजली उत्पादन बाधित हो रहा है। मप्र पावर जनरेशन कंपनी की कुछ इकाईयाें में तकनीकी खराबी आई थी जिन्हें सुधार करने का दावा कंपनी प्रबंधन ने किया है हालांकि जिस तरह से बायलर ट्यूब लीकेज की समस्या ताप गृहों में आ रही है उससे इसके रखरखाव को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इधर कंपनी का दावा है कि 3600 मेगावाट से बढ़ाकर बिजली का उत्पादन चार हजार मेगावाट किया जा रहा है।

दरअसल बीती रात श्री सिंगाजी पावर प्लांट की एक इकाई 600 मेगावाट की बंद हो गई। सूत्रों का दावा है कि इसमें दो नंबर की इकाई जो विगत पांच जनवरी तक कोयले की कमी के कारण बंद रखी गई थी। उसे 28 जनवरी को दोबारा शुरू किया गया। इस इकाई में विगत 30 जनवरी की रात 9 बजे तकनीकी खराबी आने के कारण बिजली उत्पादन बंद हो गया। कंपनी प्रबंधन ने कहा कि चंद घंटे में तकनीकी खराबी को सुधार लिया गया है। इधर संजय गांधी ताप गृह बिरसिंहपुर में एक नंबर यूनिट 210 मेगावाट की है जिसे 27 जनवरी को प्रारंभ किया गया था उससे भी महज 130 मेगावाट बिजली उत्पादित की जा रही है। इसे अंडरलोड चलाया जा रहा है। बता दे कि इसके अलावा सारणी में भी एक इकाई बंद है जिसका संचालन देर शाम को शुरू किया गया। कंपनी के मुख्य अभियंता वीके कैलासिया ने कहा कि बिजली का उत्पादन सभी इकाईयों से प्रारंभ किया जा रहा है। उनके मुताबिक करीब 3600 मेगावाट बिजली का उत्पादन अभी हो रहा है जिसे चार हजार मेगावाट किया जा रहा है।

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