ममता बनर्जी फिर बनीं टीएमसी अध्यक्ष, नेताओं में मतभेद के बावजूद निर्विरोध चुनी गईं चेयरपर्सन

कोलकाता
पार्टी में कई नेताओं के बीच मतभेद के बावजूद संगठनात्मक चुनाव में ममता बनर्जी फिर से टीएमसी की चेयरपर्सन चुनी गई हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, बुधवार को पांच साल के बाद टीएमसी में संगठनात्मक चुनाव हुए थे। टीएमसी के महासचिव पार्थ चटर्ज ने कहा, ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ कोई भी नहीं उतरा था इसलिए उन्हें निर्विरोध पार्टी का अध्यक्ष घोषित किया गया है। उन्होंने कहा, '48 प्रस्तावकों ने ममता बनर्जी के समर्थन में अपने नॉमिनेशन दिए थे। इस पद के लिए किसी और के नाम का नॉमिनेशन नहीं मिला इसलिए उन्हें निर्विरोध पार्टी चीफ चुन लिया गया।' यह संगठनात्मक चुनाव पार्टी के नेताओं के बीच मतभेद के दौरान ही हो गया। कुछ दिन पहले ही ममता बनर्जी ने अपने नेताओं को हिदायत दी थी कि मतभेद को सार्वजनिक न करें। सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों हुई डिजिटल बैठक में बनर्जी ने कहा था कि वह अब पार्टी और संगठन पर और अधिक ध्यान देंगी।

24 साल पहले ममता बनर्जी ने बनाई थी पार्टी
बता दें कि ममता बनर्जी ने ही कांग्रेस से अलग होकर 1898 में तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था। दो बार विफल होने के बाद साल 2011 में कम्युनिस्ट पार्टी को हराकर टीएमसी पश्चिम बंगाल में सत्ता में आई। पिछले साल टीएमसी ने एक बार फिर से सरकार बनाई। यह लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस की सफलता है। टीएसमी के खाते में कुल 294 में से 213 सीटें गई थीं।

 

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