धरना प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत

सागर
 प्रदेश में लगातार पिछले 40 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का धरना प्रदर्शन जारी है, भीषण गर्मी भी इन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को डिगा नहीं पाई है, वेतनमान में बढ़ोतरी को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं प्रदर्शन कर रही है, उनकी मांग है कि बेहद काम पैसा उन्हे सरकार की तरफ़ से दिया जाता है ऐसे में उनके लिए घर चलाना भी मुश्किल है, गुरुवार को पूरे प्रदेश में उस वक़्त प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं में नाराजगी और बढ़ गई जब सागर में प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भीषण गर्मी से मौत हो गई, आंदोलनरत एक महिला ने दम तोड़ दिया। जैसे ही यह खबर प्रदेश के अन्य जिलों में धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ओ लगी, उन्होंने अब सागर में एक साथ इसका विरोध करने की ठानी है।

यह है मामला

जैसे ही अपनी सहयोगी की मौत का महिलाओं को पता चला उनमें नाराजगी फैल गई, आंदोलनकारियों के समर्थन में दूसरे जिलों से भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने सागर जाने का फैसला किया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाएं शासकीय सेवक घोषित किए जाने तथा अन्य मांगो को लेकर करीब 40 दिनों से सागर में आंदोलन कर रही हैं। बताया जा रहा है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं में से एक आंदोलनकारी शहनाज बानो भी इस धरने में शामिल थी, अचानक शहनाज बानो बीमार हो गई तो उसे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शहनाज बानो की मौत के बाद आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। साथी आंदोलनकारी महिला की मौत के बाद आंदोलनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में जमकर नाराजगी है और उन्होंने आंदोलनस्थल पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक कार्यकर्ता के परिजन को नौकरी और पांच लाख आर्थिक सहायता की मांग की गई है।

प्रशासन का है यह कहना

वही इस मामलें में प्रशासन का कहना है कि भीषण गर्मी की वजह से आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से आंदोलन खत्म करने की अपील की गई है। वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की मांग प्रशासन ने सरकार तक पहुंचा दी है, शासन स्तर पर मांगों पर विचार चल रहा है। फिलहाल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने अब सामूहिक रूप से सागर में ही प्रदर्शन करने की बात कही है लेकिन प्रशासन ने ऐसी किसी तरह की जानकारी से इंकार किया है।

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