परिवर्तन और नवाचार एक-दूसरे के पूरक : मंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि परिवर्तन और नवाचार एक-दूसरे के पर्याय हैं। परिवर्तन से ही विकास के चरण आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि नवाचार एक आवश्यक प्रक्रिया है, जो समाज की वर्तमान व्यवस्था को और उपयोगी सार्थक बनाती है। मंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को भोपाल के ओरिएंटल कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में इंस्टीट्यूशन इनोवेशन कॉउन्सिल के रीजनल मीट कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हर युग में नवाचार हुए हैं। नवाचार का मतलब नए कार्य करना मात्र नहीं है, किसी कार्य को नए तरीके से करना भी नवाचार है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार की संस्कृति को व्यवस्थित रूप से बढ़ावा देने के उद्देश्य से इनोवेशन सेल की स्थापना की है। ये पहल युवा छात्रों को नए विचारों के साथ काम करने और उन्हें आदर्श में बदलने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि आईआईसी का मुख्य उद्देश्य स्थानीय नवाचार, स्टार्टअप्स और उद्यमिता को जीवंत वातावरण देना है। उन्होंने कहा कि हमारे सपने हमें ही पूरे करना होंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान प्रणाली का वैश्वीकरण कर समस्याओं का हल निकालना होगा। समस्याओं के निराकरण के लिए सभी आयामों के लोगों को जोड़ना आवश्यक और महत्वपूर्ण है।

एआईसीटीई के विद्यार्थी विकास प्रकोष्ठ के डायरेक्टर अमित दत्ता ने परख पोर्टल तथा विद्यानजलि पोर्टल की जानकारी दी। मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन इनोवेशन सेल के दीपन साहू ने आईआईसी और स्टार्टअप्स की विस्तृत जानकारी साझा की। ओरिएंटल ग्रुप के चेयरमेन प्रवीण ठकराल, एआईसीटीई के रीजनल ऑफिसर सीएस वर्मा, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

 

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