काबुल में अमेरिकी सेना के छोड़े ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को उड़ाने की कोशिश, क्रैश में 3 की मौत

काबुल
 अमेरिकी सेना के छोड़े गए हेलीकॉप्टरों को उड़ाने की कोशिश करना तालिबान के नौसिखिए पायलटों को तब भारी पड़ गया, जब एक क्रैश में तीन लोगों की मौत हो गई. ये लोग अमेरिका के देश छोड़ने के बाद लावारिस पड़े ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को उड़ाना सीखने की कोशिश कर रहे थे. इस क्रैश में 5 लोगों के घायल होने की भी सूचना है.

न्यूज एजेंसी रायटर्स की एक खबर के मुताबिक अफगानिस्तान की  राजधानी काबुल में तालिबान के प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान एक ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई. तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इसके बारे में जानकारी दी है. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह खोराजमी ने कहा कि एक अमेरिकी ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर से प्रशिक्षण चल रहा था. ये हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के परिसर के अंदर एक तकनीकी समस्या के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिसके कारण पांच लोग घायल भी हो गए.

करीब एक साल पहले तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद अमेरिका के बने कुछ विमानों को अपने नियंत्रण में ले लिया था. यह साफ नहीं है कि इनमें से कितने चालू हालत में हैं. अमेरिकी सेना ने देश छोड़ने से पहले जानबूझकर कुछ सैनिक साजो-सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया था. जबकि अफगान सेना ने कुछ हेलीकॉप्टरों को मध्य एशियाई देशों में भेज दिया था.

जबकि अमेरिकी रक्षा विभाग ने कबूल किया था कि अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी के दौरान करीब 7 अरब डॉलर के हथियारों को वहीं छोड़ना पड़ा था. जिनमें कई मिसाइलें, विमान, सैन्य वाहन समेत कई भारी हथियार शामिल थे. इन हथियारों पर बाद में तालिबान ने कब्जा जमा लिया था. अमेरिका ने बड़ी संख्या में हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान में छोड़ दिया था. जिसमें कई ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर, 150 एयरक्रॉफ्ट, 45 यूएच-60 हेलीकॉप्टर, 50 छोटे हेलिकॉप्टर और चार C-130 परिवहन प्लेन थे.

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