भारत ने नेपाल बॉर्डर से पाक-चीन के नागरिकों को प्रवेश को रोकने को कहा

नई दिल्ली

भारत के सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने नेपाल से अनुरोध किया है कि वह नेपाल-भारत बॉर्डर प्वाइंट के जरिए हिंदुस्तान में पाकिस्तानी और चीनी नागरिकों के प्रवेश को रोके।

नेपाल के पांच दिवसीय दौरे पर आए एसएसबी के महानिदेशक डॉ. सुजॉय लाल थाओसेन ने नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के महानिरीक्षक राजू आर्यल के साथ औपचारिक मुलाकात के दौरान यह अनुरोध किया।

दरअसल, सीमा सुरक्षा, प्रबंधन और समन्वय पर नेपाल-भारत की छठी बैठक को आयोजित किया गया था, जो मंगलवार को शुरू हुई और गुरुवार शाम काठमांडू में संपन्न हुई।

बैठक में भाग लेने वाले एपीएफ के उच्च पदस्थ अधिकारियों का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नेपाल-भारत सीमा क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों में लिप्त होने के बाद पाकिस्तान और चीन के नागरिक भारत में प्रवेश कर रहे हैं। बैठक में एसएसबी के महानिदेशक थाओसेन के हवाले से कहा गया कि सशस्त्र पुलिस बल को उन्हें भारत में प्रवेश करने से रोकने में भूमिका निभानी चाहिए।

एपीएफ ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्ष सीमा सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने, सीमा पार आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सहमत हुए हैं और दोनों संस्थाओं के बीच प्रासंगिक जानकारी और संचार साझा करने पर भी सहमत हुए हैं।

नेपाल-भारत सीमा सुरक्षा, प्रबंधन और समन्वय बैठक में महानिदेशक थाओसेन ने प्रस्ताव दिया कि नेपाल को भारत में तीसरे देश के नागरिकों के प्रवेश और उनकी अवैध गतिविधियों को रोकना चाहिए। इसके जवाब में एपीएफ के महानिरीक्षक आर्यल ने कहा कि नेपाल की धरती पर कोई भारत विरोधी गतिविधि नहीं है और तीसरे देशों के लोग नेपाल-भारत सीमा से भारत में प्रवेश नहीं कर पाए हैं।

एपीएफ के उच्च पदस्थ अधिकारी ने कहा, भारतीय पक्ष नेपाल के आश्वासन से सहमत नहीं है। उनका कहना कि तीसरे देशों के नागरिकों को नेपाल से भारत में प्रवेश करते देखा गया था, इसलिए उन्होंने जोर देकर कहा कि इसे रोका जाना चाहिए।

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय पक्ष ने शिकायत की, कि चीन और पाकिस्तान के नागरिक अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए नेपाल-भारत सीमा के माध्यम से भारत में प्रवेश करते हैं।

महानिरीक्षक आर्यल ने कहा कि अब तक संदिग्ध गतिविधियों में शामिल तीसरे देशों के नागरिक नेपाल से भारत में नहीं आए हैं, लेकिन ऐसी कई शिकायतें थीं कि वे भारत में अपराध करके नेपाल आए हैं।

बैठक में मौजूद एक सूत्र ने कहा, भारतीय सुरक्षा कर्मियों ने एक पाकिस्तानी को गिरफ्तार किया है, जो कुछ महीने पहले भट्टामोद इलाके से घुसा था। बैठक में भारतीय पक्ष ने इसे एक उदाहरण के तौर पर पेश किया।

बैठक में पड़ोसी देश के सुरक्षा अधिकारियों ने भारत की ओर से नेपाल में अवैध हथियारों और नशीली दवाओं के व्यापार को नियंत्रित करने का प्रस्ताव रखा। इसी तरह, महानिरीक्षक आर्यल ने भारत से नेपाल में प्रवेश करने वाले नशीले पदार्थों, पूर्व में एपीएफ द्वारा जब्त किए गए भारत से लाए गए छोटे हथियारों के विवरण, भारत में अपराध करने के बाद नेपाल में छिपे अपराधियों और सीमावर्ती क्षेत्रों में नेपाली लोगों को लूटने के मुद्दे पर भी चर्चा की।

पूर्व निर्धारित एजेंडे के तहत, अंतरराष्ट्रीय सीमा के दोनों ओर हेल्प डेस्क स्थापित करने और सुरक्षित आवाजाही की व्यवस्था करने का समझौता किया गया है।

इसी तरह, बैठक के तुरंत बाद, एपीएफ मुख्यालय ने भारत के साथ सीमा पर स्थापित सीमा चौकियों (बीओपी) को एक सर्कुलर जारी किया और उन्हें हेल्प डेस्क संचालित करने का निर्देश दिया। नेपाल-भारत सीमा पर एपीएफ की 220 बीओपी हैं। इसी तरह, भारत ने नेपाल-भारत सीमा पर 530 से अधिक स्थानों पर एसएसबी यूनिट तैनात की हैं।

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