2024 में नड्डा की अगुवाई में ही चुनाव लड़ने का फैसला सही – सर्वे

नई दिल्ली :
 लोकसभा चुनाव में भले ही अभी करीब 18 महीने का समय बचा है लेकिन विपक्ष के साथ ही बीजेपी भी पूरी तैयारी से 2024 का मैदान मारने के लिए जुट गए हैं। कांग्रेस एक तरफ भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही हैं। वहीं, बीजेपी उन सीटों के लिए खास रणनीति बनाने में जुट गई हैं जहां पार्टी 2019 में दूसरे नंबर पर रही था या कम अंतर से सीट गंवाई थी। विपक्षी दल मोर्चेबंदी में जुट गए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा में भी हाल ही में सभी राज्यों के प्रभारियों की बैठक ली है। ऐसे में सभी दल लोगों तक अभी से ही संपर्क साधने में जुट गए हैं। देश के मूड को लेकर साप्ताहिक ओपिनियन पोल सर्वे किया गया। इस ओपिनियन पोल सर्वे ने 2024 की तस्वीर साफ करने की कोशिश की है।

56 फीसदी लोगों नड्डा के पक्ष में दी राय
एबीपी के लिए सी-वोटर के साप्ताहिक सर्वे में 4427 लोगों से बातचीत की गई। कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। वहीं, बीजेपी ने जेपी नड्डा को दूसरी बार पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। बीजेपी में बिना किसी चुनाव के नड्डा निर्विरोध पार्टी अध्यक्ष चुन लिए गए। ऐसे में अब नड्डा के सामने साल 2024 में पार्टी को लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी। अब सवाल है कि क्या नड्डा के नेतृत्व में बीजेपी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी। ओपिनियन पोल में सवाल पूछा गया कि जेपी नड्डा की अगुवाई में 2024 का चुनाव लड़ने का फैसला सही है? इस सवाल के जवाब में 56% प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया। वहीं, 44 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने इस फैसले को गलत बताया।

11 राज्यों के चुनाव से पहले नड्डा पर भरोसा
इस साल नवंबर में गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव होने वाले हैं। इसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, कर्नाटक राज्यों के चुनाव होने वाले हैं। कुल मिलाकरर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और तेलंगाना समेत कुल 11 राज्यों के में चुनाव होने हैं। ऐसे में बीजेपी ने संगठन चुनाव में करवाने से बेहतर मौजूदा संगठन के आधार पर ही इन चुनावों में उतरने का फैसला लिया है। ऐसे में पार्टी नड्डा पर ही भरोसा जताया है।

यूपी समेत बड़े राज्यों में जीत दिलाई
जेपी नड्डा को जुलाई 2019 में पार्टी के कार्यकारी
अध्यक्ष के तौर पर जिम्मा दिया गया था। जब अमित शाह सरकार में शामिल हुए तब जनवरी 2020 में जेपी नड्डा को पूर्णकालिक राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी गई। नड्डा ने अपने कार्यकाल में यूपी समेत कई बड़े राज्यों में पार्टी को जीत दिलाई। वहीं, बीजेपी के संविधान के अनुसार कोई भी नेता लगातार दो बार बिना चुनाव के राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रह सकता है। ऐसे में नड्डा के लिए यह बात भी पक्ष में रही।

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