उत्तरकाशी: Avalanche में फंसने से 10 पर्वतारोहियों के शव बरामद, 18 अभी भी लापता

देहरादून
उत्तरकाशी में ट्रैकिंग पर 28 पर्वतारोहियों का दल हिमस्खलन के कारण लापता हो गया है। अभी तक 10 ट्रैकर के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 18 अभी भी लापता है। लापता ट्रैकर्स की तलाश मे रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। दो चीता हेलिकॉप्टर्स को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैनात किया गया है।

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने बताया कि द्रौपदी के डांडा-2 पर्वत शिखर पर हिमस्खलन में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 28 प्रशिक्षुओं के फंसे होने की सूचना मिली है। जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव अभियान में जुटी हैं। फंसे हुए ट्रैकर्स को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

डीजीपी अशोक कुमार ने कही ये बात
वहीं उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि द्रौपदी के डंडा -2 पर्वत शिखर में हिमस्खलन में फंसे 29 एनआईएम प्रशिक्षुओं में से 8 प्रशिक्षुओं को सुरक्षित बचा लिया गया है। खोज और बचाव के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टर तैनात हैं।

वहीं इस हादसे पर रक्षा मंत्री ने भी दुख जताते हुए कहा, ' मुख्यमंत्री से मेरी बात हुई है। मैंने वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया है। बचाव अभियान में तेजी लाने के प्रयास जारी हैं।केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायत उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया गया है।'

चार दिन खजूर खाकर रहा जिंदा
छितकुल ट्रेक से जीवित बचाए गए पश्चिम बंगाल के ट्रेकर मिथुन ने बताया कि, मौसम खराब होने के दौरान उनका पैर फ्रैक्चर हो गया। मिथुन ने कहा कि, चार दिन वह टेंट में अपने साथी के साथ फंसे रहे। उसके बाद साथी का भी पता नहीं चला। खाने का सामान गुम हो चुकी था। चार दिन खजूर और चॉकलेट खाकर जिंदा रहा।

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