World Bank ने भारत के ग्रोथ अनुमान को 1 फीसदी तक घटाया

 नई दिल्ली
दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती इकोनॉमी (Economy) के रूप में उभरे भारत के लिए झटका देने वाली खबर है. दरअसल, World Bank ने भारत के ग्रोथ अनुमान (Growth Forecast) को 1 फीसदी तक घटा दिया है. पहले वित्त वर्ष 2022/23 के लिए ग्रोथ का अनुमान 7.5 फीसदी जताया गया था, लेकिन अब विश्व बैंक ने कहा है कि भारत 6.5 फीसदी की ग्रोथ से आगे बढ़ेगा.

विश्व बैंक ने बताई कटौती की वजह
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व बैंक ने गुरुवार को भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को संशोधित करते हुए कम कर दिया है. इसमें वित्त वर्ष 2022/23 के लिए इसे घटाते हुए 6.5 कर दिया गया है. रिपोर्ट में कटौती का कारण बताते हुए कहा गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक मौद्रिक सख्ती (Global Monetary Tightening) से इकोनॉमिक दृष्टिकोण पर असर पड़ेगा.

देश के निर्यात पर पड़ेगा असर
दक्षिण एशिया पर साल में दो बार जारी होने वाली विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि अनिश्चितता के इस दौर में निजी निवेश में कमी आने की संभावना बनी हुई है. इसमें कहा गया कि ग्लोबल डिमांड (Global Demand) में कमी से देश के निर्यात (Export) पर असर पड़ेगा.

अंतरराष्ट्रीय हालातों का दिया हवाला
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले जारी रिपोर्ट में बैंक ने कहा कि भारत में दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में मजबूत है. गौरतलब है कि बीते वित्त वर्ष के दौरान भारत की वृद्धि दर 8.7 फीसदी रही थी.

रिपोर्ट में विश्व बैंक के चीफ इकोनोमिस्ट हैंस टिमर ने कहा है कि अन्य देशों के मुकाबले मजबूत होने के बावजूद हमने चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमान को घटाया है, क्योंकि भारत और सभी अन्य देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय हालात खराब हो रहे हैं. ऐसे में कैलेंडर वर्ष की दूसरी छमाही कई देशों के लिए कमजोर है और भारत में भी अपेक्षाकृत कमजोर रहेगी.

रिपोर्ट में भारत की तारीफ
चीफ इकोनोमिस्ट हैंस टिमर ने रिपोर्ट में भारत की तारीफ करते हुए कहा कि इंडियन इकोनॉमी ने दक्षिण एशिया के अन्य देशों की तुलना में मजबूत ग्रोथ के साथ शानदार प्रदर्शन किया है. कोरोना ,से उबरने में भी देश की रफ्तार तेज रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने विशेष रूप से सर्विस सेक्टर में अच्छा प्रदर्शन किया है.।

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