राहुल गांधी के लिए कार्पेट बिछा फूल बरसाऊंगा, तो MLA के टिकट का हक़दार मैं हो जाऊँगा -विधायक शेरा

बुरहानपुर
 मध्यप्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की जिम्मेदारी निर्दलीय विधायक सुरेंद्र शेरा को मिली है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के इस बयान पर सियासत शुरू हो गई है, जिस पर विधायक सुरेंद्र शेरा का इस ​पर बड़ा बयान सामने आया है।

सुरेंद्र सिंह शेरा ने गृहमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं शुरू से ही गांधी परिवार से जुड़ा हूं, मेरा परिवार कांग्रेस की टिकट पर ही चुनाव लड़ते रहा है। बीजेपी को कुछ कंफ्यूजन है। अरुण यादव से मेरे अच्छे सबंध हैं। मुझे बुरहानपुर की जिम्मेदारी और अरुण यादव को पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी मिली है। अगली बार चुनाव के लिए कांग्रेस से ही टिकट मांगूंगा।

 साथ ही कहा कि राहुल गांधी का जोरदार स्वागत करेंगे, उन्होंने कहा कि उनके ​लिए 24 किलो मीटर लंबा रेड कार्पेट बिछाऊँगा, हेलीकॉप्टर से राहुल गांधी पर फूल बरसाउंगा। मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी।

कांग्रेस में अरुण यादव को पीछे कौन धकेल रहा
 बुरहानपुर, खंडवा और खरगोन की जिम्मेदारी अरुण यादव से लेकर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को दे दी गई है। शेरा कांग्रेस के बागी रहे हैं। वक्त के हिसाब से वह पाला भी बदलते रहते हैं। राहुल गांधी की यात्रा के लिए शेरा अपने क्षेत्र में रेड कार्पेट बिछाने की तैयारी में जुटे हैं। अरुण यादव (Arun yadav in congress) से यह जिम्मेदारी छिने जाने के बाद कांग्रेस की कलह सामने आ गई है। वहीं, अरुण यादव ने इस पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध ली है। कांग्रेस का मानना है कि हम सभी मिलकर काम कर रहे हैं लेकिन बीजेपी ने चुटकी ली है। मगर सवाल है कि कांग्रेस में अरुण यादव को निपटाने में कौन लगा है।

अरुण यादव कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं। वह एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। 2021 के खंडवा लोकसभा उपचुनाव में अरुण यादव वहां से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। ऐन वक्त पर उनका टिकट काट दिया गया है। इसके बाद एक पुराने नेता को वहां से टिकट दिया गया। उस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की हार हो गई थी। टिकट काटे जाने पर इशारों-इशारों में अरुण यादव ने अपना दर्द बयां किया था। प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से हटने के बाद उन्हें पार्टी ने कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है। वह लगातार हासिए पर जा रहे हैं।

शेरा को दी गई जिम्मेदारी
निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा को भारत जोड़ों यात्रा की जिम्मेदारी खरगोन, बुरहानपुर और खंडवा में दी गई है। शेरा निर्दलीय विधायक हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। निर्दलीय चुनाव लड़ा था और चुनाव जीत गए। खंडवा लोकसभा उपचुनाव में वह अपनी पत्नी के लिए टिकट चाहते थे। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस में ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा को अरुण यादव के खिलाफ मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। राहुल गांधी की यात्रा की जिम्मेदारी ऐसे व्यक्ति को दी गई है, जिसकी विश्वसनीयता पर सवाल है।

अरुण यादव को कौन निपटा रहा?
वहीं, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अरुण यादव को निपटा कौन रहा है। क्या जान बूझकर उनसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां वापस ली जा रही हैं। इस पर कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने नवभारत टाइम्स.कॉम से बात करते हुए कहा कि इसे बीजेपी मुद्दा बना रही है। सुरेंद्र सिंह शेरा और अरुण यादव आपस में मिलकर काम कर रहे हैं। शेरा स्थानीय विधायक हैं, उन्हें आप इग्नोर कैसे कर सकते हैं। उनके बागी होने के सवाल पर कहा कि नहीं, वह हमारी सरकार में हमारी पार्टी के लिए काम करते हैं। सुरेंद्र सिंह शेरा हमारी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं तो बीजेपी को दर्द क्यों हो रहा है।

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