टेलीफोन कंपनियों की तर्ज पर उपभोक्ताओं को मिलेगी बिजली, पीक आवर्स में पड़ेगी महंगी

भोपाल

अब टेलीफोन कंपनियों की तर्ज पर बिजली उपभोक्ताओं को भी पीक आवर्स में महंगी और बाकी समय सस्ती बिजली देने की तैयारी है। प्रदेश के सभी बिजली उपभोक्ताओं के घरों पर प्रीपेड बिजली देने के लिए लगाए जाने वाले मीटरों से यह संभव होगा। स्मार्ट मीटर के बाद अब उर्जा विभाग ने प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी कर ली है। विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा गया है, वहां से मंजूरी मिलते ही यह कवायद मध्यप्रदेश में शुरु हो जाएगी।

जिस तरह टेलीफोन, मोबाइल कंपनियां रात के समय इंटरनेट डाटा उपयोग में ज्यादा रियायत देती है और दिन के समय कम डाटा मिलता है कुछ इसी तरह का प्रयोग मध्यप्रदेश में बिजली कंपनियां भी शुरू करने जा रही है। तैयारी यह है कि जो पीक आवर्स है, जिस समय बिजली की खपत ज्यादा है उस समय उपयोग की जाने वाली बिजली की दर ज्यादा होगी। ऐसे में शाम पांच से आठ और सुबह छह से  नौ  बजे के बीच जो उपभोक्ता बिजली का उपयोग करेंगे उन्हें उस समय खर्च की जाने वाली बिजली यूनिटों का ज्यादा भुगतान करना होगा। शेष समय में रात में जब ज्यादा खपत नहीं होती है तब उपयोग की जाने वाली बिजली सस्ती होगी। प्रदेश में अभी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं पश्चिम जोन में इसकी शुरुआत हो चुकी है। इंदौर में कुछ स्थानों पर इसके लिए मीटर लग चुके है। इसके बाद अब प्रीपेड बिजली उपलब्ध कराने के लिए और अधिक स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी है। ये मीटर लगने के बाद न तो मीटर रीडर आपके घर पहुंचेगा और न ही बिल देने की जरूरत होगी। उपभोक्ता अपनी जरूरत के मुताबिक प्रीपेड बिजली ले सकेंगे। ऐसे काम जो कभी भी किए जा सकते है उन्हें उपभोक्ता गैर पीक आवर्स में कर सकेंगे।

उपभोक्ता से लेकर अफसर तक कर सकेंगे मॉनिटरिंग
उर्जा विभाग द्वारा इसके लिए बनाए गए एप पर बिजली के उपयोग की मॉनिटरिंग उपभोक्ता से लेकर बिजली कंपनी के इंजीनियर और विभाग के प्रमुख सचिव तक कर सकेंगे। मोबाइल एप पर इसकी सीधी मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी। उपभोक्ता किस समय में ज्यादा बिजली का उपयोग कर रहे है और कब उनकी खपत कम है इस उपयोग को मोबाइल एप से देखा जा सकेगा। इसका फायदा यह होगा कि उपभोक्ता अपने घरेलू उपयोग को सस्ती बिजली की समयसीमा में करने के लिए प्रेरित होंगे और पीक आवर्स में बिजली उपयोग का लोड घटेगा। आपके रोजाना के उपयोग के हिसाब से बिजली खपत का आंकलन कर प्रीपेड भुगतान समाप्त होने के तीन दिन पहले से मैसेज भेजकर उपभोक्ता को अलर्ट भी किया जाएगा।

सात दिन से एक माह तक के लिए मिलेगा टॉपअप
उपभोक्ता को खपत के अनुसार उपयोग की गई प्रीपेड बिजली का टॉपअप कराने के लिए मैसेज भी जाएंगे। उपभोक्ता द्वारा भुगतान की गई बिजली बिल की राशि खत्म होते ही  बिजली मीटर से घर में विद्युत प्रवाह अपने आप रुक जाएगा। टॉपअप कराने के बाद फिर से रिकनेक्शन हो जाएगा। उपभोक्ता सात दिन, पंद्रह दिन, एक महीने के विकल्प के आधार पर प्रीपेड बिजली का विकल्प चुन सकेंगे।

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