बड़े-बड़े परमाणु बम बनाओ, विनाशक मिसाइलें लाओ… उत्तर कोरियाई के तानाशाह किम जोंग का आदेश

उत्तर कोरिया 
नये साल के मौके पर जहां पूरी दुनिया के लोग एक दूसरे को शांति और प्यार की शुभकामनाएं दे रहे थे, वहीं उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अपने देश के अधिकारियों को और भी ज्यादा बड़े-बड़े परमाणु बम और विनाशक मिसाइलों का निर्माण करने के आदेश दिए हैं। उत्तर कोरियाई नेता ने अमेरिका को जवाब देने के लिए अपने हथियारों के भंडार में रॉकेट की रफ्तार से इजाफा करने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद आशंका बन गई है, कि किम जोंग उन इस साल जरूर परमाणु बम का परीक्षण करेंगे।
 
किम जोंग उन का आदेश
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया केसीएनए ने रविवार को किम जोंग उन के हवाले से बताया है, कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका से आने वाले खतरों को जवाब देने के लिए किम जोंग उन ने अपने देश के परमाणु हथियारों के शस्त्रागार में "घातीय वृद्धि" की मांग की ही। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग की ये टिप्पणी उस वक्त आई है, जब पिचतल हफ्ते ही उत्तर कोरिया ने लगातार दो बार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था और दावा किया था, कि उसने जिस मिसाइल का परीक्षण किया है, वो एक परमाणु सक्षम, मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम है, जो पूरे दक्षिण कोरिया के सीमा को कवर करती है। इसके साथ ही 2022 के आखिरी दिन बोलते हुए किम जोंग उन ने कहा था, कि दक्षिण कोरिया निश्चित तौर पर उत्तर कोरिया के लिए एक 'दुश्मन' बन गया है और इसके मुख्य सहयोगी, अमेरिका ने कोरियाई प्रायद्वीप में अपनी सैन्य संपत्ति को बार-बार तैनात करके पिछले एक साल में उत्तर कोरिया पर "अधिकतम" दबाव बढ़ा दिया है।
 
परमाणु बमों के निर्माण पर फोकस
किम जोंग उन ने साल 2023 के लिए अपने देश के सैन्य अधिकारियों को आदेश दिया, कि आने वाले साल में उत्तर कोरिया को एक नई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) विकसित करते हुए बड़े पैमाने पर सामरिक परमाणु हथियारों का उत्पादन करना चाहिए। केसीएनए के मुताबिक, किम जोंग उन ने कहा है, कि इसका मकसद उत्तर कोरिया को "त्वरित जवाबी हमला करने की क्षमता" प्रदान करना होगा। किम की टिप्पणी साल 2022 के अंत में उस वक्त आई है, जब उनके शासन ने उत्तर कोरिया के इतिहास में किसी भी समय की तुलना में सबसे ज्यादा मिसाइलों का परीक्षण किया है, जिसमें एक ICBM भी शामिल है, जो सैद्धांतिक रूप से अमेरिका की मुख्य भूमि पर हमला कर सकती है।
 
साल भर मिसाइलें दागता रहा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया ने साल 2022 में बगैर अमेरिकी प्रतिबंधों को साल भर अपनी मिसाइलों का परीक्षण किया और उसके मिसाइलों का मुंह लगातार दक्षिण कोरिया और जापान की तरफ बना रहा, जो अमेरिका के सहयोगी हैं। वहीं, दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि, साल 2022 में उत्तर कोरिया ने कुल 37 दिन मिसाइलों के परीक्षण किए और साल के आखिरी मिसाइल परीक्षण में उत्तर कोरिया ने अपनी राजधानी प्योंगयांग के दक्षिण में एक साइट से कम से कम तीन छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थीं। वहीं, नये साल के पहले दिन की शुरूआत में भी उत्तर कोरिया ने एक मिसाइल का परीक्षण किया था। उत्तर कोरिया ने कहा कि, शनिवार और रविवार को हुए दोनों परीक्षण, 600 मिमी मल्टीपल-लॉन्च रॉकेट (एमआरएल) प्रणाली के थे। आपको बता दें कि, फिलहाल दुनिया भर में सेवा में शामिल ज्यादातर मल्टी-रॉकेट लॉन्च सिस्टम लगभग 300 मिमी आकार के हैं।
 
किम की मिसाइल क्षमता पर एक्सपर्ट्स की राय
सियोल में इवा विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर लीफ-एरिक इस्ले ने कहा कि, प्योंगयांग ने पिछले साल का इस्तेमाल कई सैन्य हमलों को अंजाम देने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए किया है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि, "इसके हालिया मिसाइल लॉन्च तकनीकी रूप से प्रभावशाली नहीं थे। इसके बजाय, असामान्य समय पर और विभिन्न स्थानों से परीक्षणों की उच्च मात्रा प्रदर्शित करती है, कि उत्तर कोरिया कभी भी और कई दिशाओं से विभिन्न प्रकार के हमले शुरू कर सकता है"। इस्ले ने यह भी कहा कि, "उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया पर सैन्य दबाव बढ़ाने के लिए सिर्फ मिसाइलों का ही इस्तेमाल नहीं कर रहा है, बल्कि उसने पिछले हफ्ते दक्षिण कोरियाई हवाई क्षेत्र में पांच ड्रोन उड़ाए थे, जिसे काउंटर करने के लिए सियोल को अपने फाइटर जेट्स तक भेजने पड़े थे।"
 
उत्तर कोरिया बढ़ा रहा है तनाव?
इस्ले के मुताबिक, उत्तर कोरिया जो कर रहा है, वो तनाव को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि, "दक्षिण कोरिया की सीमा में ड्रोन भेजना, उसे डराने की नीति में हो सकता है, लेकिन किम जोंग उन ने कूटनीतिक बातचीत को रिजेक्ट कर लिया है और बड़े पैमाने पर परमाणु बमों के निर्माण के आदेश दिए हैं, जिसके बाद अब पूरी संभावना है, कि दक्षिण कोरिया भी अपनी सैन्य क्षमताओं में इजाफा करने के लिए मजबूर हो जाए।" उन्होंने कहा कि, दक्षिण कोरिया भी सेना बढ़ा रहा है।

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