प्रगतिशील भारत के बारे में गीत-संगीत एवं विजुअल से सजी प्रवासी भारतीय दिवस की दूसरी सांझ

आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम ने प्रवासी भारतीयों का मन मोह लिया

भोपाल

प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दूसरे दिन की शाम इंदौर में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की तरफ से नक्षत्र गार्डन में भरतनाट्यम, कत्थक एवं ओडिसी नृत्य शैली में प्रगतिशील भारत की थीम पर आधारित गीत, संगीत एवं नृत्य के कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई।

सांस्कृतिक प्रस्तुति में प्राचीन भारत से लेकर वर्तमान तक की वैज्ञानिक और अंतरिक्ष विज्ञान की प्रगति को दर्शाया गया। यही नहीं इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की महेश्वरी साड़ी के ताने-बाने, बुनने की प्रक्रिया एवं यहाँ की समृद्ध हाथकरघा विरासत को भी नृत्य के माध्यम से खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया। भारत के विभिन्न प्रदेशों की सांस्कृतिक धरोहर को भी नृत्य की झलकियों से प्रस्तुत किया गया। साथ ही भारत के आयुर्वेद एवं योग पर आधारित नाटिका में सूर्य नमस्कार आदि विषयों को कुशलता के साथ नृत्य एवं संगीत के साथ सजाया गया। इस 32 मिनट की प्रस्तुति के बाद दूसरे सेगमेंट में आजादी के अमृत महोत्सव पर आधारित फॉरेन नेशनल की प्रविष्टियों के श्रेष्ठ आठ विजेता कलाकारों, जिनमें श्रीलंका, मलेशिया-हंगरी, जापान और मारीशस के प्रतिभाशाली कलाकार शामिल थे, के द्वारा सुअनुपमा लहरी के नेतृत्व में आकर्षक ‘‘वसुधैव कुटुंबकम’’ की थीम पर गीत-नृत्य एवं संगीत की प्रस्तुति दी गई।

प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के विशेष आमंत्रित अतिथि गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली एवं सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, पर्यटन और संस्कृति मंत्री सुउषा ठाकुर, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, श्रीमती साधना सिंह, गणमान्य जन-प्रतिनिधि गण, प्रवासी भारतीय बड़ी संख्या में मौजूद थे।

आरंभ में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने परिषद बताया कि परिषद द्वारा विदेश में 37 सेंटर विदेश में संचालित हैं। परिषद द्वारा विदेश में भारतीय संस्कृति एवं संगीत के प्रचार-प्रसार के लिए एवं अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक समन्वय उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है।

 

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