पाकिस्तान में जल्द ही आएगी आर्थिक सुनामी- पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन

कराची
पड़ोसी देश पाकिस्तान में सरकार आर्थिक बदहाली को संभाल पाने में नाकाम साबित हो रही है। इस बीच देश में महंगाई दर रोजाना बढ़ती जा रही है, जबकि पाकिस्तानी रुपये डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ चुकी है। विदेशी मुद्रा भंडार भी घटकर  9 साल के सबसे निचले स्तर 3.678 अरब डॉलर पर आ गया है।

इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन ने देश में बिगड़ते आर्थिक हालात को रोकने में विफल रहने के लिए शहबाज शरीफ सरकार की जमकर आलोचना की और चेतावनी दी कि देश में'मुद्रास्फीति की सुनामी' दस्तक देने ही वाली है। उन्होंने कहा कि सरकार उच्च आयात भुगतान और घटते विदेशी मुद्रा भंडार को थाम पाने में नाकाम रही है।

पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व मंत्री तारिन ने लोगों से नए तरह के टैक्स के हमले झेलने के लिए तैयार रहने को कहा है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) सरकार पर 3.2 ट्रिलियन रुपये का नए कर लगाने के लिए दबाव डाल रहा है और शरीफ सरकार आईएमएफ से बेलआउट लेने के लिए उसकी हर शर्त मानने को तैयार है।

उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की निराशाजनक तस्वीर पेश करते हुए कहा कि देश पर प्रति माह 123 अरब रुपये का कर्ज बढ़ रहा है। तारिन ने कहा कि पिछले दो दिनों के दौरान रुपये में गिरावट के कारण देश का कर्ज 4.5 ट्रिलियन रुपये और बढ़ गया है।

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में जल्द ही आर्थिक सुनामी आने वाली है क्योंकि पाकिस्तान में महंगाई दर 35% तक जाने वाली है। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के तूफान का खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने आगाह किया कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी आसमान छूएंगी और कर्ज के कारण सरकार को बिजली के दाम बढ़ाकर 50 रुपये प्रति यूनिट करना पड़ जाएगा। उन्होंने कहा, "देश पर महंगाई की सुनामी मंडरा रही है।"

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