ओटीटी की दुनिया में कोई दिलचस्प मौका मिलता है, तो मैं उसे जरूर करूंगा: रोहिताश्व गौड़

‘ भाबीजी घर पर हैं’ के मनमोहन तिवारी, उर्फ रोहिताश्व गौड़ का कहना है कि शुरुआत में मुझे लगा कि मेरी पत्नी रेखा मुझे स्क्रीन पर एक बोल्ड और खूबसूरत भाबी से फ्लर्टिंग करते देखना पसंद नहीं करेगी, लेकिन उसे मेरे किरदार की मजेदार हरकतें और यह शो पसंद आया। मेरा पूरा परिवार काफी सहयोगी रहा है और मेरी एक्टिंग का आनंद उठाता है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे ओटीटी की दुनिया में कोई दिलचस्प मौका मिलता है, तो मैं उसे जरूर करूंगा, क्योंकि इससे मुझे कलाकार के तौर पर बढ़ने में मदद मिलेगी। हालांकि, मैं कोई ऐसा प्रोजेक्ट नहीं लूंगा, जिसके लिये तिवारी का किरदार छोड़ना पड़े, क्योंकि इस किरदार ने मुझे इंडस्ट्री में बड़ी शोहरत दिलाई है। मैंने शिमला में अपने बचपन के दौरान थियेटर में परफॉर्म करना शुरू किया था। उसके बाद मैं अमेचर थियेटर से जुड़ गया। मुझे अपना बड़ा ब्रेक 1985 में शिमला में नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा और लैंग्वेज, आर्ट एण्ड कल्चर डिपार्टमेंट  शिमला की एक वर्कशॉप में मिला था। अमेचर आर्टिस्ट से लेकर पेशेवर थियेटर आर्टिस्ट बनने तक। वह सफर काफी फायदेमंद रहा और उससे एक्टिंग में मेरे कॅरियर को आधार मिला। उस वक्त मैंने कई मशहूर और सफल कलाकारों के साथ मंच साझा किया, जैसे कि सौरभ शुक्ला, हिमानी शिवपुरी, सीमा बिस्वास जी और अनुपम श्याम, आदि। सीखने के लिये वह बेहतरीन अनुभव था। टेलीविजन में मेरा सफर शुरू हुआ। उसके बाद मैंने बॉलीवुड की कई फिल्मों जैसे ‘मुन्नाभाई’, मातृभूमिए धुप ‘पीके’ और ‘अतिथि तुम कब जाओगे’ में भी अभिनय किया।

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