कुपोषित बच्चों को अनिवार्य रूप से करवाये एनआरसी केन्द्र में भर्ती

बड़वानी
माता-पिता अज्ञानतावश अपने कुपोषित बच्चांे को घर पर ही रख लेते है। जिससे उन बच्चों का ठीक से ईलाज नही होता है। शासन द्वारा कुपोषित बच्चों के सम्पूर्ण ईलाज के लिए एनआरसी केन्द्र चलाये जा रहे है। इन केन्द्रों में कुपोषित बच्चों को 14 दिवस के लिए भर्ती किया जाता है। इस दौरान डायटिशियन की निगरानी में बच्चों को आहार एवं माता को भी पोष्टिक भोजन दिया जाता हैं। जिससे 14 दिवस के पश्चात् बच्चा का वजन बढ़ जाता है। व बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया जाता है।

इसी कढ़ी में शनिवार को एनआरसी केन्द्र बड़वानी से 42 माह के बच्चे गुरू को छुट्टी दी गई। एनआरसी केन्द्र की संचालिका श्रीमती अनुपमा गुप्ता बताती है कि बच्चा अपनी माता श्रीमती सरादी बाई के साथ 28 जनवरी 2023 को भर्ती हुआ था। उस समय बच्चे का वजन 7.765 किलोग्राम था। उम्र के हिसाब से बच्चे का वजन कम होने से बच्चा कुपोषण की श्रेणी में था। बच्चे को माता के साथ 14 दिवस के लिए एनआरसी केन्द्र में भर्ती किया गया समय-समय पर बच्चे को उचित उपचार एवं स्पेशल फूड दिया गया साथ ही बच्चे एवं माता के आहार का भी सम्पूर्ण ध्यान रखा गया। 11 फरवरी को बच्चें के डिस्चार्ज के समय उसका वजन 9.350 किलोग्राम हो गया है। डिस्चार्ज के समय माता को बच्चे की देखभाल एवं उसके आहार के संबंध में भी आवश्यक जानकारी दी गई।

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