शरणार्थियों की नाव डूबने से इटली में भीषण हादसा, 59 की मौत

इटली 
इटली में शरण लेने जा रहे प्रवासियों की नाव समुद्र में डूबने से भीषण हादसा हुआ है और 12 बच्चों समेत कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवासियों और शरणार्थियों से भरी ये नाव इटली के दक्षिणी क्षेत्र में स्थिति कैलाब्रिया के तटीय शहर क्रोटोन में डूब गई। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस नाव में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान के प्रवासी मौजूद थे, जो तुर्की से इटली में शरण लेने के लिए निकले थे और इनका नाव रविवार को कैलाब्रिया के पूर्वी समुद्री तट पर खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक मौत का आंकड़ा 59 तक पहुंच गया है, लेकिन इस आंकड़े में और इजाफा होने की आशंका है। 

इटली के जूनियर आंतरिक मंत्री वांडा फेरो ने मीडिया के सामने मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका जताई है। वहीं, प्रांतीय सरकार के एक अधिकारी मैनुएला कर्र ने कहा है, कि 81 लोगों को नाव हादसे के बाद बचाया गया है, वहीं 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं एक शख्स की स्थिति गंभीर है, जिसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। वहीं, गार्डिया डी फिनेंजा सीमा शुल्क पुलिस ने कहा है, कि एक प्रवासी तस्कर को गिरफ्तार भी किया गया है। Curro के मेयर, एंटोनियो सेरासो ने कहा, कि मृतकों में महिलाएं और बच्चों की संख्या ज्यादा है, हालांकि उन्होंने ये भी कहा, कि कितने बच्चे मारे गये हैं, उनकी सटीक संख्या फिलहाल नहीं बताई जा सकती है, क्योंकि आंकड़ा बढ़ सकता है। 

काफी खौफनाक था नजारा 
Curro के मेयर एंटोनियो सेरासो ने कहा SKYTG24 न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, कि ये खौफनाक नजारा था और ऐसा नजारा आप अपनी जिंदगी में कभी देखना नहीं चाहेंगे। ये खौफनार पल आपकी आंखों के सामने से जिंदगी में कभी नहीं हट सकता है। मेयर एंटोनियो सेरासो ने कहा, कि नाव करीब तीन या चार दिन पहले पूर्वी तुर्की में इज़मिर से निकली थी और बचे हुए लोगों ने बताया है, कि नाव में करीब 140 से 150 लोग सवार थे। इटली सरकार ने कहा है, कि बचे हुए लोगों में ज्यादातर अफगानिस्तान, पाकिस्तान और सोमालिया से हैं, वहीं फिलहाल सभी मृतकों की नागरिकता और उनकी राष्ट्रीयता की पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि, पाकिस्तानी मीडिया का कहना है, कि मृतकों में 28 लोग पाकिस्तान से थे। वहीं, इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मटरेला ने कहा, कि "इनमें से कई प्रवासी अफगानिस्तान और ईरान से आए थे, जो काफी मुश्किल हालातों में भाग रहे थे।"
 

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