‘हो सकता है कि 75 रन ज्यादा नहीं हों, लेकिन…’, चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया को चेताया

नई दिल्ली
भारतीय टेस्ट टीम की मौजूदा दीवार चेतेश्वर पुजारा ने एकबार फिर दिखाया कि वह भारतीय टीम के लिए क्या कर सकते हैं। इंदौर के होल्कर स्टेडियम में जहां टीम इंडिया के बल्लेबाजों के लिए ज्यादा देर क्रीज पर रुक पाना मुश्किल हो रहा था, वहीं पुजारा ने 142 गेंदों का सामना करते हुए 59 रनों की शानदार पारी खेली। पुजारा इस मैच में अर्धशतक लगाने वाले इकलौते भारतीय हैं। पुजारा ने मैच के बाद कहा कि इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं है, मगर आपको अपने डिफेंस पर भरोसा रखना होगा।
 
उन्होंने कहा, ''बल्लेबाजी के लिए यह मुश्किल पिच है। यह आसान नहीं है, आपको अपने डिफेंस पर भरोसा करने की जरूरत है। सुनिश्चित करें कि अगर शार्ट गेंद है तो बैकफुट पर खेलें। '' भारत की दूसरी पारी में से करीब आधे रन पुजारा ने बनाये जिससे टीम की 75 रन की बढ़त सुनिश्चित हुई। लियोन के 64 रन पर आठ विकेट से भारतीय टीम दूसरी पारी में 163 रन पर सिमट गयी।
 
पुजारा ने दिन का खेल खत्म होने के बाद 'स्टार स्पोर्ट्स' से कहा, ''हो सकता है कि 75 रन ज्यादा नहीं हों, लेकिन मौका है। आपको इस पिच पर आक्रमण करने के अलावा रक्षात्मक होकर खेलना होगा, दोनों का मिश्रण अपनाना होगा।''

बता दें, टीम इंडिया को अगर इस मैदान पर जीत दर्ज करनी है तो ऐतिहासिक प्रदर्शन करना होगा। टेस्ट क्रिकेट में अभी तक सबसे छोटा लक्ष्य डिफेंड करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। कंगारुओं ने 1882 में इंग्लैंड के खिलाफ 85 रनों का बचाव किया था। वहीं 2000 में वेस्टइंडीज ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 99 रन बनाए थे। बात भारत की करें तो भारत ने 2004 में अपना सबसे कम स्कोर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही डिफेंड किया था। वानखेड़े में टीम इंडिया 107 रनों का बचाव करने में कामयाब रही थी।
 
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को इंदौर टेस्ट जीतने के लिए 76 रनों का लक्ष्य दिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह टेस्ट क्रिकेट में 15 बार इस स्कोर से पहले आउट हो चुका है। साल 2000 के बाद कंगारू टीम दो बार इस स्कोर से पहले आउट हुई है। 2011 में साउथ अफ्रीका ने उन्हें केपटाउन में 47 रनों पर ढेर किया था, वहीं 2015 में इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया को 60 रनों पर ऑल आउट करने में कामयाब रही थी।

 

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