मुल्तान की पारी पर बोले वीरू- ‘मैं सिर्फ की पिटाई करना चाहता था, 300 तो अपने आप बन गए’.

नईदिल्ली
 दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने  भारत-पाकिस्तान के बीच हुए मैचों की भी चर्चा की गई. सहवाग से उनके 1 अप्रैल को हुए डेब्यू के बारे में पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा कि वह अप्रैल फूल था. दरअसल, सहवाग ने एक अप्रैल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था. सहवाग ने उस मैच में 2 बॉल खेलकर सिर्फ एक रन बनाया था. सहवाग ने मंच पर यह भी बताया कि जब मैं फील्ड पर उतरा तो शोएब अख्तर ने मुझे बहुत गालियां दीं. इसके बाद शाहिद अफरीदी ने भी दीं. जब मैं आउट हुआ तो मैंने ठान लिया था कि अब कुछ ऐसा करना पड़ेगा जिससे इनकी गालियां बंद हों ताकि मैं इन्हें गालियां सुना सकूं.

सहवाग से बातचीत में पूछा गया कि जब आप पाकिस्तान के मुल्तान में 300 रन मार रहे थे तब आपको उनकी गालियां याद आ रही थीं. जवाब में सहवाग ने कहा, ‘मैं सिर्फ पाकिस्तानियों की पिटाई करना चाहता था, 300 तो अपने आप बन गए थे. इससे पहले हमने 2003 का विश्व कप साथ खेला था. इस दौरान शोएब की बॉल पर सचिन तेंदुलकर ने 19 चौके मारे थे, मैंने भी हर चौके पर सूद-समेत गालियां लौटाई थीं. ‘

सहवाग ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेली गई उनकी 309 रन की पारी के अलग ही मायने हैं. इस तिहरे शतक ने ही नजफगढ़ के नवाब को ‘मुल्तान का सुल्तान’ बना दिया. वीरेंद्र सहवाग ने यह तिहरा शतक साल 2004 में जड़ा था, तब टीम टीम इंडिया 3 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेलने पाकिस्तान गई थी. दौरे का आगाज मुल्तान से हुआ. आगाज अच्छा हुआ तो अंजाम भी अच्छा ही रहा.

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