महाराष्ट्र में बाबरी मस्जिद विध्वंस पर राजनीति गरमाई, भाजपा ने पल्ला झाड़ा

मुंबई
 महाराष्ट्र में इस समय बाबरी मस्जिद विध्वंस को लेकर राजनीति गरम है। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच जोरदार वाक-युद्ध हो रहा है।

हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इस वाक-युद्ध से पल्ला झाड़ लिया है। बावनकुले ने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस पर बयान के मामले में पार्टी की कोई अधिकृत भूमिका नहीं है। चंद्रकांत पाटिल के इस संदर्भ में दिए गए बयान को बावनकुले ने उनका व्यक्तिगत बयान बताया है।

भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने हाल ही में कहा था कि बाबरी विध्वंस में शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे का कोई योगदान नहीं है। बाबरी मस्जिद विध्वंस की मुहिम बजरंग दल, दुर्गावाहिनी और विश्व हिंदू परिषद की ओर से 1993 से ही चलाई जा रही थी और जब बाबरी विध्वंस हुआ, उस समय भी इन्हीं लोगों का नेतृत्व था। वहां शिवसेना अथवा कोई और उपस्थित नहीं था।

चंद्रकांत पाटिल के इस वक्तव्य के बाद उद्धव ठाकरे ने आनन-फानन में पत्रकार वार्ता की। उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब बाबरी मसजिद का विध्वंस हुआ, उसी समय भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा था कि इस घटना में भाजपा का कोई संबंध नहीं है। मौके पर शिवसैनिक उपस्थित थे, उन लोगों ने बाबरी विध्वंस किया ।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि उसी समय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने बयान दिया कि अगर शिवसैनिकों ने बाबरी विध्वंस किया तो इसका उन्हें अभिमान है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाबरी विध्वंस के समय प्रधानमंत्री मोदी भी मौके पर उपस्थित नहीं थे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने कई बार प्रधानमंत्री को राममंदिर के लिए विशेष कानून बनाने की मांग की थी लेकिन कानून नहीं बनाया गया।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा की साजिश के तहत स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के महत्व को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। मुगलों का इतिहास मिटाते हुए भाजपा अब हिन्दुओं का भी इतिहास मिटा रही है। चंद्रकांत पाटिल का वक्तव्य इसी दिशा में है, इसलिए बालासाहेब का महत्व कम करने वालों को तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही बालासाहेब का नाम लेकर मुख्यमंत्री बने एकनाथ शिंदे को भी तत्काल सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

उद्धव ठाकरे की पत्रकार वार्ता के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि बाबरी विध्वंस में स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसे नकारा नहीं जा सकता है। भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वे उद्धव ठाकरे के वक्तव्य पर कोई बयानबाजी नहीं करेंगे। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि इस मुद्दे पर वे खुद उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत करेंगे। इस मुद्दे पर शिवसेना नेता संजय राऊत, सांसद विनायक राऊत ने भी स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के समर्थन में बयानबाजी की है।

 

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