मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी से मिलेगी राहत, IMD ने दिया अपडेट

 भोपाल.
 
मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में आंधी – पानी का मौसम है। आज सुबह भोपाल में हल्की बूंदाबांदी और बारिश हुई। रात में भी पानी गिरा। नर्मदापुरम के पिपरिया में भी 10 मिनट तेज पानी गिरा, इसके बाद हल्की बूंदाबांदी होती रही। छिंदवाड़ा में भी बूंदाबांदी हुई।

मौसम वैज्ञानिकों ने गुरुवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और नर्मदापुरम के जिलों में कहीं-कहीं आंधी, गरज-चमक के साथ हल्की बारिश के आसार जताए हैं। 23 अप्रैल तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। यानी तीन दिन तक प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तेज गर्मी नहीं पड़ेगी, इसके बाद गर्मी का असर बढ़ जाएगा। अभी बघेलखंड-बुंदेलखंड में तेज गर्मी पड़ रही है। बुधवार को खजुराहो में तापमान रिकॉर्ड 44.5 डिग्री पर पहुंच गया।

मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव हैं। साउथ राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है। इसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। बुधवार को भोपाल, बड़वानी, सीहोर, इंदौर, झाबुआ, रायसेन, बैतूल, अलीराजपुर, धार, विदिशा, खरगोन में मौसम बदला सा रहा। यहां बूंदाबांदी हुई। गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नर्मदापुरम के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

गुरुवार को हुई बूंदाबांदी से पारा नीचे आने की उम्मीद है जिससे लोगों को गर्मी की तपिश से राहत मिलेगी। आईएमडी के भोपाल केंद्र के निदेशक आर बालासुब्रमण्यम ने  बताया, पूर्वानुमान के मुताबिक अगले चार दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की उम्मीद है।

बेमौसम बारिश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है और पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब पर बना हुआ है जिसने मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव किया है। गुरुवार के लिए आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, भोपाल और इंदौर सहित पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा कि इसके अलावा जबलपुर सहित पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बिजली चमकने और तेज हवाओं के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।

पिछले महीने हुई बेमौसम बारिश से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा था। बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बाद कर दिया था। हालांकि, कुछ दिनों में ही किसानों को इस बेमौसम बारिश से राहत मिल गई थी। मध्य प्रदेश में बारिश के अपडेट के बाद लोगों को राहत मिल सकती है क्योंकि अप्रैल महीने में तापमान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बारिश के बाद तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।

Back to top button