धार पी डब्ल्यू डी विभाग के वाहनों में ईंधन के नाम पर हुआ लाखों का घोटाला

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 आरटीआई कार्यकर्ता सुनील सावंत ने प्रेसवार्ता में बताया कि अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग उपसंचालक धार से वाहनों की लांगबुक को पेट्रोल डीजल भुगतान के बिलों की छायाप्रति मेरे द्वारा चाही गई थी उक्त कार्यालय से मुझे आधी अधूरी जानकारी दी गई जिसमें अधिकारी द्वारा सोची-समझी कूटनीति के तहत  फर्जी लांगबुक एवं फर्जी पेट्रोल-डिजल के बीलों को बनवाया जाकर लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है।

जिसके साक्ष्य सबूतों के दस्तावेजों की छाया प्रति श्री सावंत ने  प्रेस वार्ता में पत्रकारों को दी  है। इसमें अधिकारी द्वारा फर्जी यात्रा बताकर भ्रष्टाचार किया है वाहन क्रमांक एमपी 11- टी 1775 बोलेरो में यात्रा टूर के नाम पर प्रतिदिन वाहनों में पेट्रोल- डिजल डलवाना बताया जाकर भुगतान किया गया है परंतु लॉगबुक में अधिकांश दिनांकों पर सोची समझी कूटनीति के तहत पेट्रोल खपत /खर्च की एंट्री कम दर्शाई गई हैं । जबकि नियमानुसार यात्रा के नाम पर जिस वाहन में पेट्रोल जिस दिनांक को डलवाया जाता है उसी दिनांक में लॉग बुक में भी पेट्रोल की इंट्री करना होती हैं, परंतु एमपी 11-टी- 1775 में पेट्रोल प्रतिदिन डालना बताकर बिलों का भुगतान किया गया है वही लांगबुक में पेट्रोल खर्च की इंट्री नहीं बताई गई है ।

 साथ ही उक्त वाहन में एक ही दिनांक में दो से तीन बार पेट्रोल  डालना बताकर भुगतान करना दर्शाया गया है, जबकि लॉग बुक में पेट्रोल भरवाने की इंट्री एक ही बार बताई गई हैं और अधिकांश जगहों पर लांगबुक में पेट्रोल खर्च ही नहीं बताए गए हैं । इससे यह स्पष्ट मालूम पड़ता है कि वाहन का उपयोग करने वाले अधिकारी द्वारा वाहन में पेट्रोल  डालने के नाम पर व लॉगबुक में फर्जी इंट्री  अंकित कर फर्जी यात्रा दौरा बताकर लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है। जों जांच का विषय है।

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