बीयू ने सप्लीमेंट्री एग्जाम का रिजल्ट जारी, 70 फीसदी विद्यार्थी फेल

भोपाल

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने प्रथम वर्ष की सप्लीमेंट्री एग्जाम के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। इसमें बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए, बीएससी, होमसाइंस में करीब 25 हजार विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा में सप्लीमेंट्री दी गई, जिसके बाद  भी उनके रिजल्ट खराब ही हुए हैं। इसकी वजह नई शिक्षा नीति प्रदेश में लागू करना है। नई शिक्षा नीति को न प्रोफेसर समझ पा रहे हैं और न ही विद्यार्थी, जिसके परिणाम अब सामने आना शुरू हो गए हैं।

बीयू ने सप्लीमेंट्री एग्जाम के रिजल्ट जारी किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा खराब स्थिति होमसाइंस के विद्यार्थी की आई है। इसमें करीब 70 फीसदी विद्यार्थी फेल हुए हैं। जबकि बीकाम में करीब 55 फीसदी विद्यार्थी फेल हैं। सिर्फ बीए में 60 फीसदी विद्यार्थी पास हुए हैं। अन्य विषयों की स्थिति भी खराब बनी हुई है।
   बीयू ने नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन का पेपर ओएमआर शीट पर लिया था। इससे पहले भी फाउंडेशन का रिजल्ट 30 प्रतिशत ही रहा था।
   हालांकि पूरक परीक्षा में फेल होने वाले छात्र-छात्राओं का परेशान होने की जरूरत नहीं है। पूरक परीक्षा में फेल विद्यार्थियों को अगली मुख्य परीक्षा में पूरक विषय देने की अनुमति है। साथ ही अगली कक्षा की प्रोविजनल परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।

तीसरा साल शुरू
नई शिक्षा नीति का तीसरा साल शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक प्रोफेसर नीति को समझ नहीं सके हैं। ऐसे में विद्यार्थी क्या समझेंगे।
  विवि अधिकारी अभी भी पेपरों को सेट कर परीक्षा कराने में असुविधा मेहसूस कर रहे हैं। कॉलेजों में प्रोफेसर अभी भी विद्यार्थियों के पेपर स्थानांतरित करने में लगे हुए हैं।

अब लास्ट मौका
दूसरे बार विद्यार्थी को पहले पूरक परीक्षा पास करना जरूरी होगा। तभी अगली परीक्षा का रिजल्ट जारी होगा। मगर पूरक विषय में फेल होने पर विद्यार्थी का जीरो ईयर कहलाएगा। विवि के अधिकारियों का कहना है कि एनईपी नियम के आधार पर विद्यार्थियों की परीक्षा करवाएंगे।

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