कर्नाटक एग्जिट पोल ने कांग्रेस को दी ‘अच्छे दिनों’ की आहट, 2024 से पहले मिलेगा बूस्टर?

 नई दिल्ली

कर्नाटक में भाजपा से सत्ता छीनना कांग्रेस के लिए मनोबल बढ़ाने वाला होगा। देश की सबसे पुरानी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले खुद के भाग्य को जगाने की पूरी कोशिश में है। कर्नाटक विजय उसके लिए किसी संजीवनी से कम नहीं होगी। राज्य में जीत सुनिश्चित करके, पार्टी उत्तर-पूर्वी राज्यों में हालिया हार के बाद वापसी करना चाहती है। इसके अलावा, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले इस साल के अंत में कई अहम राज्यों में भी चुनाव है।

कर्नाटक को दक्षिण का प्रवेश द्वारा कहा जाता है। कर्नाटक इकलौता दक्षिण भारतीय राज्य है जहां भाजपा सत्ता में है। अगर यहां से सत्ता गई तो उसके लिए दक्षिण के दरवाजे बंद होने जैसा होगा। क्योंकि लोकसभा चुनावों से पहले दक्षिण के केवल एक ही राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और वह है तेलंगाना, जहां भाजपा ने पिछली बार मात्र एक सीट जीती थी। अगर कांग्रेस कर्नाटक जीतती है तो आने वाले राज्य चुनावों पर भी उसका असर दिखाई दे सकता है। खासतौर से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्य हैं जहां चुनाव होने हैं। इनमें से दो राज्यों में कांग्रेस सत्ता में है।

क्या कहते हैं कर्नाटक विधानसभा एग्जिट पोल

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान के बाद आए ज्यादातर चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) में कांग्रेस के सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने का अनुमान लगाया गया है। 'जी न्यूज' और 'मैट्रिज' एग्जिट पोल में कांग्रेस को 41 प्रतिशत मतों के साथ 103 से 118 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। इसके मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी को 36 प्रतिशत मतों के साथ 79 से 94 सीटें मिलने का अनुमान है तथा जनता दल (सेक्युलर) को 17 प्रतिशत मतों के साथ 25 से 33 सीटें मिल सकती हैं।

'टीवी 9' और 'पोलस्ट्रेट' की ओर से किए गए चुनाव बाद सर्वेक्षण में कहा गया है कि कांग्रेस को 99 से 109 सीटें मिल सकती हैं जबकि भाजपा को 88 से 98 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। इस एग्जिट पोल में यह अनुमान भी लगाया गया है कि जद (एस) को 21 से 26 सीटें मिल सकती हैं।

'एबीपी न्यूज' और 'सी वोटर' के एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि कांग्रेस को 100 से 112 सीटें मिल सकती हैं तथा भाजपा को 83 से 95 और जद (एस) को 21 से 29 सीटें हासिल हो सकती हैं। 'इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया' ने कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के साथ 122-140 के बीच सीट मिलने का अनुमान जताया है वहीं भाजपा को 62-80 के बीच सीटें दी हैं।

'न्यूज 24-टुडेज चाणक्य' ने भी कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के साथ 120 सीटें मिलने की संभावना जताई है, इसने भाजपा को 92 सीटें मिलने की बात कही है। कांग्रेस ने इन पूर्वानुमानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ''जैसे जैसे एक्जिट पोल के नतीजे आ रहे हैं यह और स्पष्ट हो रहा है कि कांग्रेस पार्टी धमाकेदार जीत की राह पर है।'

त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

कर्नाटक विधानसभा की सभी 224 सीटों के लिए हुआ मतदान बुधवार शाम छह बजे समाप्त हो गया और निर्वाचन आयोग ने कहा कि रात 10 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 71.77 फीसदी मतदान हुआ। अंतिम आंकड़े बृहस्पतिवार तक पता चल पाएंगे। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की जनता दल (सेक्युलर) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है।

कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई

कर्नाटक में कांग्रेस ने आम तौर पर स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया और इसका अभियान भी शुरू में इसके राज्य के नेताओं द्वारा चलाया गया। हालांकि, इसके केंद्रीय नेताओं जैसे AICC अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने बाद में एंट्री की। यह चुनाव एक तरह से सबसे पुरानी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई भी है। कन्नडिगा मल्लिकार्जुन खड़गे खुद कर्नाटक के कलाबुरगी जिले से आते हैं। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।

 

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