मां-बेटे के रिश्ते को खूबसूरती के साथ पेश किया दूसरी मां में

मुंबई

माँ और बच्चे का रिश्ता अमर, निस्वार्थ, दृढ़, और बिना शर्त के प्यार पर आधारित माना जाता है। माँ के प्यार और लगाव की कोई सीमा नहीं होती है, लेकिन उसमें पेचीदगी हो सकती है, खासकर जब बच्चा आपके पति का अवैध बेटा हो। एण्डटीवी का फैमिली ड्रामा दूसरी माँ मातृत्व के इस रिश्ते को सबसे ज्यादा खूबसूरती के साथ पेश करता है।

इस शो में एक माँ यशोदा (नेहा जोशी) की कहानी है, जो यूपी में अपने पति अशोक (मोहित डागा), अपनी दो बेटियों और ससुराल वालों के साथ रहती है और जिसका खुशहाल और शांत पारिवारिक जीवन एक दुखदायी स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जब वह अनजाने में अपने पति के अवैध बच्चे कृष्णा (आयुध भानुशाली) को गोद ले लेती है। हम टेलीविजन और फिल्मों में मजबूत माताओं के कई चित्रण देख चुके हैं, लेकिन दूसरी माँ में यशोदा का किरदार इसलिये अलग है, क्योंकि वह मातृत्व की भावनाओं और धोखा पाने से आहत होने के बीच संतुलन रखती है और इस तरह मातृत्व के विषय पर एक अनोखा किरदार बनकर उभरती है।

अपने पति के अतीत से ताल-मेल बिठाने और कृष्णा के लिये अपने ही परिवार और समाज के खिलाफ जाने का उसका सफर इस शो को भारतीय टेलीविजन पर सबसे पसंदीदा फैमिली ड्रामा में से एक बना चुका है। इस मदर्स डे पर शो के मुख्य कलाकारयशोदा (नेहा जोशी) और कृष्णा (आयुध भानुशाली), जोकि जयपुर में हैं, अपने किरदारों और पर्दे के पीछे के अपने रिश्ते पर बात कर रहे हैं। ह्यदूसरी माँह्यकी यशोदा, यानि नेहा जोशी ने बताया, दूसरी माँ ऐसा शो है, जो मातृत्व की अतुल्य भावना की सराहना करता है। मुख्य किरदार यशोदा जीवन की चुनौतियों के बीच अपने बच्चों के लिये अटूट समर्थन दिखाती है। अपने बच्चों के लिये उसका प्यार खून के रिश्ते से बढ़कर है और अपने बेटे कृष्णा की सुरक्षा के लिये वह हर बुराई से लड़ जाती है।

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